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25 लाख में नासा कराएगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की सैर, 2020 में जा सकेंगे

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा है कि वह अंतरिक्ष पर्यटन सहित अन्य व्यावसायिक उपक्रमों के लिए 2020 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) को खोलेगा।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Sun, 09 Jun 2019 02:09 PM (IST)Updated: Sun, 09 Jun 2019 02:09 PM (IST)
25 लाख में नासा कराएगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की सैर, 2020 में जा सकेंगे
25 लाख में नासा कराएगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की सैर, 2020 में जा सकेंगे

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। यदि आप नई जगह घूमने के शौकीन है तो आपके लिए खुशखबरी है। अब आप अंतरिक्ष में भी घूमने के लिए जा सकते हैं बस इसके लिए आपको जेब थोड़ी अधिक ढीली करनी होगी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा है कि वह अंतरिक्ष पर्यटन सहित अन्य व्यावसायिक उपक्रमों के लिए 2020 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) को खोलेगा। यहां पर एक रात रुकने के लिए 35,000 अमेरिकी डॉलर (24,28,650 रुपये) खर्च करने होंगे। अंतरिक्ष पर्यटन यह विचार भी नया नहीं है। इससे पहले भी अमेरिकी व्यवसायी डेनिस टीटो ने 2001 में रूस को 20 मिलियन डॉलर (एक अरब 38 करोड़ रुपये) देकर अंतरिक्ष यात्रा की थी।

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नासा के मुख्य वित्तीय अधिकारी जेफ डेविट ने न्यूयॉर्क में कहा कि नासा अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को व्यावसायिक अवसर पैदा करने के लिए खोल रहा है। इसकी मार्केटिंग कराई जा रही है। ऐसा पहले कभी नहीं किया गया था। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के उप निदेशक रॉबिन गैटेंस ने कहा कि प्रत्येक वर्ष पर्यटन के लिहाज से दो छोटे निजी अंतरिक्ष यात्रा के मिशन रखे जाएंगे।

एक मिशन 30 दिनों के लिए होगा और प्रत्येक साल लगभग एक दर्जन पर्यटक अंतरिक्ष यात्री आइएसएस की यात्रा कर सकेंगे। इन यात्रियों को नासा के लिए काम करने वाली कंपनी स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल और बोइंग के स्टारलाइनर विमानों से भेजा जाएगा। प्रत्येक यात्रा की लागत लगभग 50 करोड़ डॉलर (3 खरब, 46 करोड़ रुपये) होगी। 

मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन केवल नासा का नहीं है। 1998 में यह रूस के साथ मिलकर बनाया गया था। अन्य देश भी मिशन में भाग लेते हैं और अंतरिक्ष यात्रियों को भेजते हैं। हालांकि, इसे विकसित करने में नासा की अधिक भूमिका रही है। कुछ समय पहले नासा ने चंद्रमा पर 2024 तक दोबारा इंसान भेजने के लिए 11 कंपनियों का चुनाव किया था ताकि चंद्र मिशन के लिए जरूरी उपकरणों को डिजाइन किए जा सकें। इस मिशन के तहत नासा की योजना स्पेस स्टेशन के स्ट्रक्चर (कैप्सूल) बनाने की है, जो यह चांद की सतह पर लैंडिग के दौरान गेटवे का काम करेगा।

कुछ सालों में चंद्रमा की निचली कक्षा में लांच होने वाले कैप्सूल के निर्माण का कार्य भी शुरू हो जाएगा। नासा द्वारा चुनी गई कंपनियों का मुख्य फोकस आर्टमिस मिशन के लिए तीन अलग तरह के पुर्जे बनाने पर होगा। इसमें वह कैप्सूल भी होगा जिसमें एस्ट्रोनॉट्स चांद तक जाएंगे और वहां से वापस आएंगे। नासा की ओर से अंतरिक्ष स्टेशन खोलने की घोषणा किए जाने से अब पैसे वाले घूमने के शौकीन लोगों को एक नई जगह मिल जाएगी। वो अंतरिक्ष स्टेशन में घूमकर लौटेंगे और लोगों को वहां के अनुभवों और खूबियों के बारे में बताएंगे। इसके अलावा अन्य जो लोग अंतरिक्ष के बारे में जानना चाहते हैं उनको भी वहां जाकर उसे प्रत्यक्ष देखने का मौका मिल सकेगा।  

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