2020 तक लंदन की ही जेल में रहेंगे जूलियन असांजे, अमेरिका को सौंपे जाने का मामला टला
चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बथनॉट ने आदेश दिया कि असांजे के प्रत्यर्पण से संबंधित सुनवाई 25 फरवरी 2020 को शुरू होगी और उसे पांच दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
लंदन, प्रेट्र। विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के प्रत्यर्पण से संबंधित सुनवाई को ब्रिटिश कोर्ट ने फरवरी 2020 तक के लिए टाल दिया है। अमेरिका की अर्जी पर हो रही सुनवाई में शुक्रवार को असांजे की लंदन जेल से वीडियो लिंक के जरिये पेशी हुई। अमेरिका ने असांजे पर कंप्यूटर हैक कर गोपनीय दस्तावेज चुराने और उन्हें सार्वजनिक कर राष्ट्रीय हित को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है।
वेस्टमिंस्टर कोर्ट में हुई सुनवाई में चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बथनॉट ने आदेश दिया कि असांजे के प्रत्यर्पण से संबंधित सुनवाई 25 फरवरी, 2020 को शुरू होगी और उसे पांच दिन में पूरा कर लिया जाएगा। कोर्ट के इस आदेश से असांजे को अमेरिका को सौंपे जाने का मामला टल गया है।
ब्रिटिश गृह मंत्री साजिद जावीद ने बुधवार को असांजे के प्रत्यर्पण आदेश पर दस्तखत कर इस संभावना को हवा दे दी थी कि शुक्रवार की सुनवाई में अगर कोर्ट ने प्रत्यर्पण का आदेश दे दिया तो असांजे को अपील का समय न देते हुए उन्हें अमेरिकी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। लंदन की जेल से वीडियो लिंक के जरिये पेश हुए असांजे ने अमेरिका के आरोपों को गलत बताया। कहा कि विकिलीक्स ने किसी कंप्यूटर या वेबसाइट को हैक नहीं किया। वह सिर्फ प्रकाशक है जिसने अपना काम करते हुए जानकारियों को सार्वजनिक किया।
असांजे के वकील मार्क समर्स ने कहा, यह पत्रकार के अधिकारों पर हमले का मामला है। अमेरिका अपने कृत्य सार्वजनिक होने से बौखला उठा है और उसने असांजे को गलत मामलों में फंसा दिया है। वेस्टमिंस्टर कोर्ट में जिस समय अमेरिका की प्रत्यर्पण संबंधी अर्जी पर सुनवाई हो रही थी उस समय कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में असांजे समर्थक एकत्रित होकर उनके साथ न्याय होने के लिए नारे लगा रहे थे। असांजे जमानत शर्तो का उल्लंघन करने के कारण लंदन जेल में 50 हफ्तों के कारावास की सजा भुगत रहे हैं। वह फिलहाल बीमार हैं।
इससे पहले अमेरिका का पक्ष रखते हुए वकील बेन ब्रैंडन ने कहा, यह अमेरिकी इतिहास का गोपनीय दस्तावेजों की चोरी और उन्हें सार्वजनिक करने का सबसे बड़ा मामला है। यह पूरी साजिश अमेरिका की पूर्व आर्मी इंटेलीजेंस एनालिस्ट चेलिसा मैनिंग के साथ मिलकर असांजे ने रची और उसे अंजाम दिया। मैनिंग ने पूछताछ में पेंटागन के कंप्यूटर का पासवर्ड क्रैक करने की जानकारी दी है। इसके चलते तमाम लोगों को खतरा पैदा हो गया है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप