लंदन के विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों का दबदबा
लंदन में हर भारतीय छात्र औसतन 30,100 पौंड (करीब 27 लाख रुपये) सालाना खर्च करता है।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन की राजधानी लंदन को छात्रों के लिहाज से दुनिया में शीर्ष रैंक वाला शहर चुना गया है। इस शहर के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारतीयों का दबदबा बताया गया है।
'क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग' की इस साल की टॉप फाइव सूची में लंदन के बाद टोक्यो, मेलबर्न, मॉन्टि्रयल और पेरिस को जगह दी गई है। इनका चयन शहर में मौजूद शीर्ष विश्वविद्यालयों की संख्या, नौकरी के अवसर, संस्कृति की विविधता और जीवन की गुणवत्ता के आधार पर किया गया है।
इसी सूची से जुड़े एक अध्ययन के अनुसार, शहर के अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारतीय छात्रों का दबदबा है। साल 2016-17 में लंदन में 4,545 भारतीय छात्र थे। यह शहर छात्रों के लिहाज से चीन, अमेरिका और इटली के बाद चौथा सबसे बड़ा बाजार बन गया है। लंदन में हर भारतीय छात्र औसतन 30,100 पौंड (करीब 27 लाख रुपये) सालाना खर्च करता है।
लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा है, 'यह शहर अध्ययन, कारोबार और नया करने के लिए खुला हुआ है। यहां हर कोई अवसरों का लाभ उठा सकता है।' शहर के कुल छात्रों में विदेशी छात्रों की हिस्सेदारी 41 फीसद है।