ब्रिटेन में पीपीई किट की कमी, भारतवंशी डॉक्टर ने पीएम के दफ्तर के बाहर किया प्रदर्शन
ब्रिटेन में पीपीई किट की कमी के खिलाफ छह माह की गर्भवती भारतीय मूल की डॉक्टर मीनल विज ने प्रधानमंत्री के सरकारी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
लंदन, पीटीआइ। छह माह की गर्भवती भारतीय मूल की डॉक्टर मीनल विज ने रविवार को पीपीई किट की कमी के खिलाफ ब्रिटिश प्रधानमंत्री के सरकारी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। डॉ मीनल ने इस प्रदर्शन के दौरान अस्पताल के कपड़े पहन रखे थे और चेहरे पर मास्क लगा रखा था। 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने एक पोस्टर भी ले रखा था, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों को बचाने की गुहार लगाई गई थी। ब्रिटेन में कोरोना वायरस से एक लाख 20 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं। 16 हजार से ज्यादा लोगों की जान चुकी है।
नेशनल हेल्थ सर्विस में जूनियर क्लीनिक फेलो के पद पर तैनात लंदन निवासी 27 वर्षीय डॉ मीनल ने कहा कि सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। इससे पहले ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन (बीएमए) भी पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) किट और सर्जिकल गाउन की कमी को लेकर चिंता जता चुका है। बीएमए काउंसिल के चेयरमैन डॉ चांद नागपाल ने कहा, मरीजों को देखने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए यह गंभीर चिंता का विषय है कि तुर्की से आने वाली पीपीई किट की खेप फिलहाल नहीं आ रही है। इसकी आपूर्ति कब होगी, इस विषय में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
इस बीच कर्मचारियों की नौकरी बचाने के लिए ब्रिटिश सरकार ने सोमवार को बड़ा कदम उठाया। कोरोना वायरस जॉब रिटेंशन स्कीम के तहत अगर लॉकडाउन के चलते कोई कंपनी श्रमिकों को छुट्टी पर भेजती है तो सरकार उन्हें मिलने वाले 80 फीसद वेतन का भुगतान खुद करेगी। हर कर्मचारी को अधिकतम 2,500 पौंड (लगभग दो लाख चालीस हजार रुपये) का प्रतिमाह भुगतान किया जाएगा।
लॉकडाउन के चलते देश में लाखों कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजे जाने की उम्मीद है। भारतवंशी वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को ट्विटर पर कहा, हमने अप्रैल के अंत तक इस तरह की स्कीम लाने का वादा किया था, लेकिन आज ही हमने अपना वादा पूरा कर दिया। महामारी से ब्रिटेन में पिछले चौबीस घंटे में 449 लोगों की मौत हो गई और मरने वालों का आंकड़ा 16,509 पर पहुंच गया। 1,24,743 लोग अब तक संक्रमित हुए हैं।