भारतीय पेशेवरों और छात्रों की कर व वीजा मुश्किलों को दूर करे ब्रिटेन
कंजरवेटिव फ्रेंड्स ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित वार्षिक रात्रि भोज में बुधवार को भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम ने ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जावीद से मामले पर विचार का अनुरोध किया।
लंदन, प्रेट्र। भारत ने अपने नागरिक पेशेवरों और छात्रों पर लागू होने वाले वीजा नियमों और लगने वाले करों से हो रही मुश्किल की ओर ब्रिटिश सरकार का ध्यान खींचा है। कहा है कि यह वर्ग दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करता है।
कंजरवेटिव फ्रेंड्स ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित वार्षिक रात्रि भोज में बुधवार को भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम ने ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जावीद से मामले पर विचार का अनुरोध किया। अभी लागू कर व्यवस्था में कम समय के लिए ही ब्रिटेन आए भारतीय पेशेवर से भी अनिवार्य कर वसूल लिया जाता है।
इसका नतीजा होता है कि अल्पकाल के लिए ब्रिटेन गए पेशेवर की आय का बड़ा हिस्सा कर के रूप में चला जाता है, जो कई लाख पाउंड होता है। रुचि ने कहा कि इसी प्रकार से ब्रिटेन में राष्ट्रीय बीमा में भारतीयों के लिए महज 52 हफ्तों की छूट है, जबकि अन्य देशों में तीन से पांच साल के लिए यह छूट दी जाती है।
इसी प्रकार से इंट्रा कंपनी ट्रांसफर में होने वाली मुश्किलों पर भी ब्रिटिश सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में आइटी सेक्टर की 842 भारतीय कंपनियां कार्यरत हैं। इनमें कार्य करने वाले ज्यादातर कर्मचारी भारतीय हैं।
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