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UK के 'वैश्विक वैक्सीन मिशन' में शामिल हुआ भारत, महामारी के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने में जुटी है दुनिया

महामारी को रोकने के लिए दुनिया भर के देश वैक्सीन विकसित करने में जुटे हुए हैं। अब यूके ने भी ग्लोबर वैक्सीन समिट का आयोजन किया।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 08:27 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 08:27 AM (IST)
UK के 'वैश्विक वैक्सीन मिशन' में शामिल हुआ भारत, महामारी के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने में जुटी है दुनिया
UK के 'वैश्विक वैक्सीन मिशन' में शामिल हुआ भारत, महामारी के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने में जुटी है दुनिया

लंदन, एएनआइ। वैश्विक महामारी के कारण संकट में घिरी दुनिया के देश एक दूसरे की मदद के लिए तत्पर हैं। इस क्रम में यूनाइटेड किंगडम ने ग्लोबल वैक्सीन समिट 2020 का आयोजन किया। इस मिशन के तहत इम्युनाइजेशन और ग्लोबल वैक्सीन सप्लाई के लिए 7.4 बिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता का प्रस्ताव दिया है। इस वर्चुअल इवेंट में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बिजनेस लीडर्स, यूएन एजेंसी, सिविल सोसायटी, सरकार के मंत्री, देशों और राज्य के प्रमुख शामिल हुए।

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सम्मेलन के आयोजकों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अथवा एक उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधियों के दल ने ऑनलाइन या पहले से रिकार्ड किए गए संदेशों के जरिए इसमें शिरकत की। इसके अलावा इसमें कम से कम 35 राष्ट्राध्यक्ष या शासन प्रमुख हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन का मकसद वैक्सीन अलायंस गवी के लिए 7.4 अरब डॉलर जुटाना है। यह आने वाली पीढ़ियों को टीके के जरिए सुरक्षित करने के अतिरिक्त संसाधन के जैसा है।

ऑफिशियल रिलीज के अनुसार, इन सभी प्रतिनिधियों ने वैक्सीन गठबंधन 'गवी (Gavi) को समर्थन दिया और अगले पांच सालों में 8 मिलियन जिंदगियों को बचाने के लिए प्रतिबद्धता जताई। रिलीज के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया के तमाम देशों में उपजे संकट के हालात पर काबू करने के साथ ही इस मिशन 'गवी' के रुटीन टीकाकरण प्रयासों से अन्य संक्रामक बीमारियों व महामारियों को शुरू होने से रोकता है। यदि कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए कारगर और प्रभावी टीका विकसित हो जाता है तो पूरी दुनिया को सप्लाई करने में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

दक्षिण एशिया और कॉमनवेल्थ के लिए ब्रिटेन के मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने कहा, 'भारत से हमें बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। गवी में भारत की भागीदारी और टीके को समर्थन को किसी भी तरह से कमतर नहीं आंका जा सकता और हम साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।'  पाकिस्तानी मूल के ब्रिटेन के मंत्री ने कहा,'यह तथ्य है कि दुनियाभर के टीकों का 50 फीसद उत्पादन भारत में होता है, जो इसे उस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार बनाता है।' वैक्सीन अलायंस 'गवी' संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक संगठन है जो दुनिया भर में टीकाकरण का समन्वय करता है।


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