ब्रिटेन में रेलवे और पोस्टल कर्मियों की हड़ताल, जेब पर भारी पड़ रही बढ़ती महंगाई, कर्मचारी चाहते हैं सैलरी में इजाफा ]
ब्रिटेन में रेलवे और पोस्टल कर्मियों की हड़ताल से हालात खराब हो रहे हैं। हजारों की संख्या में कर्मचारी सैलरी में इजाफे की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि महंगाई जिस तरह से बढ़ रही है उस हिसाब से सैलरी काफी कम है।
लंदन (एजेंसी)। ब्रिटेन में रेलवे और पोस्टल स्टाफ की हड़ताल के बाद हर तरफ अफरातफरी का माहौल है। हड़ताल से रेलवे की अंडरग्राउंड मेट्रो सेवा, ट्यूब प्रभावित हुई है। हड़ताल पर जाने वाले कर्मी महंगाई के बढ़ते स्तर के चलते अपनी तनख्वाह में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि जिस तेजी से महंगाई अपना रिकार्ड बना रही है, उस तेजी से उन्हें मिलने वाली तनख्वाह नहीं बढ़ी है। इस हड़ताल ने यहां के ट्रेन नेटवर्क को बेपटरी कर दिया हे। गुरुवार को इसकी वजह से लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को भी लोगों को आवाजाही की दिक्कत हुई थी। बताया जा रहा है कि तीन दशक में ये सबसे बड़ी हड़ताल है।
इस हड़ताल में करीब दस हजार से अधिक स्टाफ कर्मी हिस्सा ले रहे हैं। आम लोगों की ये दिक्कत अगले दो दिनों तक खत्म नहीं होने वाली है, क्योंकि ये हड़ताल मांग पूरी न होने की सूरत में आगे दो दिन भी जारी रहेगी। ट्रेन सर्विस में आई रुकावट की वजह से बाजारों की रौनक भी गायब हो रही है। कोरोना की वजह से पहले ही हालत काफी खराब है। महामारी को देखते हुए लगाए गए प्रतिबंधों के हटने के बाद दुकानदारों को उम्मीद थी कि कुछ फायदा होगा , लेकिन हड़ताल ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
ब्रिटिश यूनियन के प्रमुख का कहना है कि अपनी नौकरियों को बचाने और तनख्वाह को बढ़ाने के लिए जो जरूरी होगा वो किया जाएगा। ब्रिटेन के सरकारी आंकड़ों की मानें तो यहां पर महंगाई अपने रिकार्ड स्तर पर है। आंकड़ों के मुताबिक ये 40 वर्षों के चरम स्तर पर पहुंच चुकी है। खाने-पीने की चीजों और एनर्जी के क्षेत्र में तो करीब दस फीसद का इजाफा हो चुका है। इसकी वजह से लाखों लोगों की जेब ज्यादा ढीली हो रही है। बोरिस जानसन के पद से इस्तीफा देने के बाद हालात और खराब हो गए हैं। बैंक आफ इंग्लैंड का कहना है कि इस वर्ष महंगाई 13 फीसद के पार पहुंच सकती है।