ब्रिटिश कोर्ट में नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की सुनवाई 11 मई से, लंदन की जेल में बंद है भगोड़ा हीरा कारोबारी
बैंक धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग मामले में भारत में वांछित नीरव मोदी की कोरोना महामारी के चलते मंगलवार को वेस्टमिंस्टर कोर्ट में वीडियो लिंक के जरिए पेशी हुई।
लंदन, प्रेट्र। पंजाब नेशनल बैंक को करीब चौदह हजार करोड़ रुपये का चूना लगाकर भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत लाने की प्रक्रिया अगले महीने ब्रिटेन में फिर शुरू होगी। ब्रिटेन की एक अदालत में उसके प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई 11 मई से शुरू होगी जो पांच दिनों तक चलेगी। मंगलवार को अदालत ने उसे 11 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हालांकि, पिछले साल गिरफ्तार होने के बाद से वह दक्षिण पश्चिम लंदन के वैंड्सवर्थ जेल में बंद है।
बैंक धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग मामले में भारत में वांछित नीरव मोदी की कोरोना महामारी के चलते मंगलवार को वेस्टमिंस्टर कोर्ट में वीडियो लिंक के जरिए पेशी हुई। लॉकडाउन के बीच अगले महीने से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले पर सुनवाई को लेकर जिला जज सैमुअल गूजी ने चिंता जताई। बाद में सभी पक्षों के बीच कॉमन व्यूइंग प्लेटफॉर्म (सीवीपी) के जरिए फाइनल सुनवाई से पहले सात मई को सुनवाई करने पर सहमति बन गई। जज ने कहा कि वह 11 मई को फाइनल सुनवाई के लिए नीरव मोदी को कोर्ट में पेश करने का निर्देश देंगे। लेकिन अगर लॉकडाउन के चलते ऐसा संभव नहीं होगा तो लाइव लिंक के जरिए ही उसकी पेशी होगी।
वीडियो लिंक के जरिए होगी गवाही
सभी पक्षों के बीच कोर्ट में सीमित संख्या में वकीलों की मौजूदगी को लेकर भी सहमति बनी है। गवाही वीडियो लिंक के जरिए होगी। नीरव मोदी को अगर कोर्ट में पेश नहीं किया जाता है तो वह जेल में ही रहकर सीवीपी के जरिए सुनवाई में हिस्सा लेगा। भारत सरकार ने पिछले साल उसके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश सरकार से आग्रह किया था। उसके खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई केस दर्ज किए हैं। सुबूत मिटाने का केस भी उसके खिलाफ दर्ज किया गया है।