ब्रिटिश कोर्ट ने भारत से पूछा, नीरव को किस जेल में रखा जाएगा?
साउथ वेस्ट लंदन के वांड्सवर्थ जेल में बंद 48 वर्षीय नीरव मोदी की हिरासत 27 जून तक बढ़ा दी गई है। प्रत्यर्पण मामले में अगली सुनवाई 29 जून को होगी।
लंदन, प्रेट्र। पीएनबी घोटाले में भगोड़े नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई कर रही ब्रिटिश अदालत ने उसकी जमानत पर अगली सुनवाई 27 जून तय की है। साथ ही कोर्ट ने भारत सरकार से 14 दिन में यह बताने को कहा है कि अगर नीरव को भारत प्रत्यर्पित किया गया तो उसे किस जेल में रखा जाएगा।नीरव मोदी को गुरुवार को वीडियो लिंक के जरिये वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट की जज एम्मा ऑर्बथनॉट के समक्ष पेश किया गया।
नीली शर्ट और काली पेंट पहने नीरव (48) अदालत की कार्यवाही से कुछ नोट भी कर रहा था। भारत सरकार को जवाब देने के लिए 14 दिन का समय देते हुए जज ऑर्बथनॉट ने कहा, 'जाहिर तौर पर ऑर्थर रोड जेल ही विकल्प होगा।' जज ऑर्बथनॉट ने ही दिसंबर-2018 में शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रर्त्यपण का आदेश दिया था।
उस समय भी जज ऑर्बथनॉट ने पूछा था कि माल्या को किस सेल में रखा जाएगा और उन्होंने उस सेल का वीडियो भी मंगवाया था। उन्होंने संकेत दिए कि अगर नीरव मोदी को भी उसी जेल में रखा गया तो अदालत को संभवत: कोई आपत्ति नहीं होगी।
नीरव की वकील क्लेयर मोंटगोमरी ने कहा कि भले ही उन्हें उसी सेल में रखा जाए, फिर भी अदालत की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए जेल का निरीक्षण कराया जाना चाहिए कि वहां मानवाधिकारों के दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है अथवा नहीं।
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