प्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग के अंगूठे के निशान वाली वसीयत हुई सार्वजनिक
वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने अपनी वसीयत में अपने तीन बच्चों और तीन पोते-पोतियों के लिए 16.3 मिलियन पाउंड (154 करोड़ रुपये) छोड़े है।
लंदन, प्रेट्र। दुनिया के सर्वाधिक चर्चित भौतिक विज्ञानियों में से एक स्टीफन हॉकिंग ने अपनी 16.3 मिलियन पाउंड (154 करोड़ रुपये) की संपत्ति की वसीयत छोड़ी है। इस वसीयत के नीचे उन्होंने अंगूठे के निशान से दस्तखत किए हैं। तंत्रिका तंत्र संबंधी बीमारी के चलते हॉकिंग अपनी सभी बात और लेखन अंगुलियों की हरकत से व्यक्त करते थे।
हॉकिंग का निधन कैंब्रिज में 2018 में 76 वर्ष की आयु में हुआ था। द सन अखबार के मुताबिक दिवंगत वैज्ञानिक ने तीन बच्चों और तीन प्रपौत्रों के बीच ज्यादातर धनराशि वितरित की है। साथ ही अपने खास निजी सहायक जूडिथ क्रॉसडेल (71) को दस हजार पाउंड की धनराशि (साढ़े नौ लाख रुपये) दी है। इस बाबत तैयार कानूनी दस्तावेज पर उन्होंने अंगूठे के निशान से दस्तखत किए थे। वैज्ञानिक ने लिखा है कि उन्हें मिले पुरस्कार और पदक उनके तीन बच्चों- रॉबर्ट, टिमोथी और लूसी में बांट दिए जाएं। इनमें 13 मानद उपाधियां, अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर दिया गया प्रतिष्ठित प्रेसिडेंसियल मेडल भी शामिल होगा।
पता चला है कि अपनी 13 पन्नों की वसीयत को हॉकिंग ने सन 2007 में ही तैयार कराना शुरू कर दिया था और उस पर अंगूठे से दस्तखत भी कर दिए थे। ऐसा उन्होंने इसलिए किया था क्योंकि वह उस समय मोटर न्यूरॉन बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित थे और उनका स्वास्थ्य बहुत खराब चल रहा था। उसी समय से हॉकिंग खास तरह की व्हीलचेयर पर रहते थे और कंप्यूटर से जुड़े संवेदक के जरिये अपनी बात कहते थे। इस दशा में रहते हुए हॉकिंग नई खोजों पर काम करते रहे और व्याख्यान देते रहे।
खास बातें
हॉकिंग का निधन कैंब्रिज में 2018 में 76 वर्ष की आयु में हुआ
दिवंगत वैज्ञानिक ने तीन बच्चों और तीन प्रपौत्रों के बीच ज्यादातर धनराशि वितरित की है
अपने खास निजी सहायक जूडिथ क्रॉसडेल (71) को दस हजार पाउंड की धनराशि (साढ़े नौ लाख रुपये) दी है।
कानूनी दस्तावेज पर उन्होंने अंगूठे के निशान से दस्तखत किए थे।