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चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि निलंबित, चीन ने कहा- ब्रिटेन खुद को गलत रास्ते पर जाने से रोके

बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ब्रिटेन से अनुरोध किया है कि वह गलत रास्ते पर आगे बढ़ने से खुद को रोके।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 08:25 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 09:04 PM (IST)
चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि निलंबित, चीन ने कहा- ब्रिटेन खुद को गलत रास्ते पर जाने से रोके

लंदन, रायटर। हांगकांग को लेकर ब्रिटेन और चीन के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। सोमवार को ब्रिटेन ने कड़ा कदम उठाते हुए चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया। रविवार को विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने चीन पर मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन का आरोप लगाया था और कहा था कि चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि के निलंबन की घोषणा संसद में की जाएगी।

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हांगकांग में चीन का राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू होने से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म हो गई

चीन द्वारा जून में हांगकांग को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के दायरे में लिए जाने से अब वहां पर कोई प्रदर्शन या सरकार विरोधी बयान दंडनीय अपराध बन गया है। ब्रिटेन ने अपने उपनिवेश रहे हांगकांग को 1997 में जब चीन को सौंपा था, तब उसके लोकतांत्रिक स्वरूप को बनाए रखने और नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी की शर्त रखी थी। लेकिन चीन का राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू होने से अब हांगकांग में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म हो गई है।

हांगकांग में पूर्ण लोकतंत्र की स्थापना के लिए चल रहे आंदोलन को ब्रिटेन का समर्थन

हांगकांग में पूर्ण लोकतंत्र की स्थापना के लिए चल रहे आंदोलन को समर्थन दे रहे ब्रिटेन ने वैसे तो कई बार चीन की दमनकारी नीतियों पर विरोध जताया, लेकिन सुरक्षा कानून लागू होने के बाद ब्रिटेन का विरोध तीखा हो गया। कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद दुनिया में चीन विरोधी जो माहौल बना, उसमें ब्रिटेन ने सरकारी दखल वाली चीन की कंपनी हुवावे से 5 जी मोबाइल नेटवर्क के विकास के लिए किया समझौता तोड़ लिया है। इतना ही नहीं ब्रिटेन ने अपना विमानवाहक युद्धपोत एचएसएस क्वीन एलिजाबेथ भी चीन के नजदीक समुद्र में भेजने की घोषणा की है।

विदेश मंत्रालय ने चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि के निलंबन की पुष्टि नहीं की

ब्रिटिश अखबार द टाइम्स और डेली टेलीग्राफ ने चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि के निलंबन की खबरें प्रकाशित की हैं लेकिन विदेश मंत्रालय ने उसकी पुष्टि नहीं की है। शिक्षा मंत्री गेविन विलियमसन ने राब के बयान पर कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है, लेकिन यह कहकर अलग राय जाहिर कर दी है कि चीन विश्व व्यवस्था में प्रमुख भूमिका रखता है, इसलिए हम उसके साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। जबकि बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ब्रिटेन से अनुरोध किया है कि वह गलत रास्ते पर आगे बढ़ने से खुद को रोके।


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