आंख-हाथ के बेहतर तालमेल से बच्चे होते हैं स्मार्ट
साइकोलॉजिकल साइंस नामक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने निकाला निष्कर्ष- जाना जा सकता है कि कैसा रहेगा बच्चे का भविष्य में प्रदर्शन
लंदन [प्रेट्र]। आंखों के साथ हाथ के बेहतर समन्वय से बड़े हो रहे बच्चों के पढ़ने, लिखने और गणित में अच्छे नंबर पाने की संभावना अधिक रहती है। यह जानकारी साइकोलॉजिकल साइंस नामक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन मे दी गई है।
अध्ययन में यह भी कहा गया है कि स्कूलों को कमजोर बच्चों को अतिरिक्त सहायता दी जानी चाहिए। ब्रिटेन के लीड्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मार्क सोमविलियम्स ने कहा, ‘अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि आंखों के साथ हाथ के बेहतर समन्वय और किसी समस्या को हल करने में लगने वाले वक्त के जरिये हम बच्चों के प्रदर्शन के बारे में भविष्यवाणी कर सकते हैं।
अध्ययन में चार से 11 वर्ष के 300 से अधिक बच्चों को कंप्यूटर संबंधी काम दिए गए और उनके समन्वय और अंत:क्रियात्मक समय को मापा गया। आंखों से हाथ का समन्वय मापने के लिए स्टीयरिंग संभालना, लक्ष्य साधना और उन पर नजर रखने जैसे कार्य डिजाइन किए गए। इसके अलावा बच्चों को ऑन-स्क्रीन बैट से एक चलती वस्तु को हिट करने को भी कहा गया। इससे यह पता लगाने की कोशिश की गई कि कैसे दिमाग समय और स्थान के माध्यम से वस्तुओं के चलने की दिशा की भविष्यवाणी करता है।
अध्ययन में पता चला कि जिन बच्चों ने आंख और हाथ के समन्वय से कार्यों को अंजाम दिया, उनके परिणाम बेहतर रहे। हालांकि, शोधकर्ताओं ने पाया कि बच्चों के अंत:क्रियात्मक समय के आधार पर गणित में उनके बेहतर होने की भविष्यवाणी की जा सकती है, लेकिन यह पढ़ने और लिखने की क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं डालता है।