ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा- ब्रेक्जिट का भविष्य अब सांसदों के हाथ में
11 दिसंबर को ब्रेक्जिट समझौते को संसद की मंजूरी नहीं मिलती है तो ब्रेक्जिट पर फिर से जनमत संग्रह कराया जाए।
लंदन, एएफपी। ब्रिटिश संसद में ब्रेक्जिट समझौते पर शक्ति परीक्षण से पहले सांसदों को इस पर अपनी बात रखने का एक मौका मिलेगा। सरकार की संसदीय प्रवक्ता एंड्रिया लीड्सम ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
ब्रेक्जिट समझौते में संशोधन करने का ब्रिटिश सांसदों को मिलेगा मौका
सरकार ने कहा है कि प्रधानमंत्री टेरीजा मे और ईयू नेताओं के बीच हुए ब्रेक्जिट समझौते पर बहस के लिए संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया है। इसमें विपक्ष को समझौते की मंजूरी के लिए पेश किए जाने वाले प्रस्ताव में संशोधन का मौका मिलेगा।
लीड्सम ने कहा कि समझौते पर मतदान से पहले संशोधनों पर वोटिंग कराई जाएगी। मंत्रियों ने पहले आशंका जताई थी कि अगर किसी तरह का संशोधन पास होता है तो इससे समझौते को मंजूरी मिलने में रूकावट आ सकती है।
इस बीच, प्रधानमंत्री ने कहा है कि ब्रेक्जिट का भविष्य अब सांसदों के हाथों में है। गुरुवार को संसद की एक समिति के सामने मे ने कहा कि अब सांसदों को तय करना है कि अगले साल मार्च में ब्रिटेन बिना किसी समझौते के ईयू से अलग होता है, जिसमें भारी नुकसान की आशंका है। समिति के सदस्यों ने मे से जानना चाहा कि क्या वह व्यक्तिगत रूप से चाहेंगी कि ब्रिटेन बिना किसी समझौते के ईयू से अलग हो जाए। मे ने कहा कि अब यह संसद को तय करना है।
उन्होंने ब्रिटेन के लिए जो बेहतर था वह समझौता किया है। उन्होंने इस मांग को भी खारिज कर दिया है कि अगर 11 दिसंबर को ब्रेक्जिट समझौते को संसद की मंजूरी नहीं मिलती है तो ब्रेक्जिट पर फिर से जनमत संग्रह कराया जाए या फिर ब्रेक्जिट को कुछ समय के लिए टाल दिया जाए।