एक समय ऐसा आया जब 50-50 की स्थिति बन गई थी: ब्रिटिश पीएम जॉनसन
कोरोना संक्रमण से उबरे ब्रिटिश पीएम ने साझा किए आइसीयू के अनुभव।
लंदन, प्रेट्र। कोरोना संक्रमण से पूरी तरह उबर चुके ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बताया है कि लंदन के डॉक्टरों ने एक समय उनकी मौत की घोषणा की तैयारी कर ली थी। 55 वर्षीय जॉनसन को 26 मार्च को कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई पड़े थे। इसके बाद वह सेल्फ क्वारंटाइन में चले गए थे। हालत नहीं सुधरने पर उन्हें लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 12 अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले वह छह से नौ अप्रैल तक आइसीयू में रहे थे। ब्रिटेन में शनिवार तक कोरोना से 28 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी थी।
अखबार 'द सन' के साथ हुई बातचीत में जॉनसन ने कहा, 'सात अप्रैल को सेंट थॉमस हॉस्पिटल के आइसीयू में पहुंचने के बाद मुझे कई लीटर ऑक्सीजन दी गई, लेकिन मेरे स्वास्थ्य में कोई खास प्रगति नहीं दिखाई दे रही थी। मैं इससे इन्कार नहीं कर सकता कि वह काफी कठिन समय था। मेरी हालत ठीक नहीं थी। डॉक्टरों के पास सभी तरह के विकल्प थे कि अगर कुछ गलत हुआ तो क्या करना चाहिए? जॉनसन का यह साक्षात्कार उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स द्वारा अपने बेटे की तस्वीर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने के बात सामने आया है। उसका नाम विल्फ्रेड लॉरी निकोलस जॉनसन रखा गया है। इसमें निकोलस प्रधानमंत्री की जान बचाने वाले डॉक्टर निकोलस प्राइस और निकोलस हार्ट के नाम पर लिया गया है।
जब 50-50 की स्थिति बन गई थी
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह विश्वास करना काफी मुश्किल था कि केवल कुछ दिनों में मेरी हालत इस कदर बिगड़ गई। मुझे याद है कि मैं निराश महसूस कर रहा था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं ठीक क्यों नहीं हो रहा। सबसे बुरा समय तब आया जब 50-50 की स्थिति बन गई। उन्होंने मेरे विंडपाइप के नीचे एक ट्यूब लगाई। मुझे लगा इस बीमारी की कोई दवा नहीं है, कोई इलाज नहीं है। मैं इससे कैसे ठीक होऊंगा। मैं भाग्यशाली हूं कि इस बीमारी से ठीक हो गया जबकि कई अन्य लोग अब भी पीडि़त हैं।