ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन में आया सबसे बड़ा संकट, खतरे में पांच लाख नौकरियां
ब्रिटेन और ईयू जल्द ही अहम दौर की बात करने जा रहे हैं। इसमें सबसे मुश्किल काम भविष्य के व्यापारिक संबंधों को परिभाषित करने का होगा।
लंदन, रायटर : ब्रेक्जिट (यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के अलग होने) के कारण ब्रिटेन की नौकरियों और अर्थव्यस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर आकलन शुरू हो गया है। लंदन के मेयर सादिक खान के आदेश पर तैयार की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर ब्रिटेन यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ व्यापार समझौता करने में विफल रहता है तो देश में अगले 12 साल में पांच लाख नौकरियां जा सकती हैं। इसके अलावा 50 अरब पौंड (करीब 4.3 लाख करोड़ रुपये) के निवेश का नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
सलाहकार संस्था कैंब्रिज इकोनोमेट्रिक्स ने इस रिपोर्ट को तैयार करने में उदार ब्रेक्जिट से लेकर सख्त ब्रेक्जिट तक की पांच स्थितियों पर गौर किया। इसका निर्माण से लेकर वित्त समेत नौ उद्योगों पर पड़ने वाले आर्थिक प्रभाव का आकलन किया। रिपोर्ट के अनुसार, समझौता नहीं होने की सूरत में वित्तीय और पेशेवर सेवाएं सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी। सादिक खान ने कहा, 'अगर सरकार वार्ता को सही मुकाम तक पहुंचाने में विफल रही तो हम एक दशक पीछे यानी विकास और रोजगार की वृद्धि दर नीचे चली जाएगी।'
गौरतलब है कि ब्रिटेन और ईयू जल्द ही अहम दौर की बात करने जा रहे हैं। इसमें सबसे मुश्किल काम भविष्य के व्यापारिक संबंधों को परिभाषित करने का होगा। दोनों पक्षों में पिछले महीने अलगाव को लेकर व्यापक शर्तो पर सहमति बनी थी। ब्रिटेन और ईयू में लंदन के बाजार को लेकर गतिरोध उभर कर सामने आया था।
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