ब्रेक्जिट बिल: अमल क्लूनी ने छोड़ा UK राजनयिक का पद
Amal Clooney ब्रेक्जिट बिल पर UK राजनयिक के पद से अमल क्लूनी ने इस्तीफा दे दिया। ब्रिटेन 31 जनवरी को EU से अलग हो चुका है लेकिन पुरानी व्यवस्था के अनुसार उसका व्यापार 31 दिसंबर तक चलना है।
लंदन, एजेंसी। मानवाधिकार वकील अमल क्लूनी ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बैरिस्टर क्लूनी के पास मानवाधिकारों और अंतरराष्ट्रीय कानून की विशेषज्ञता है और 2019 के अप्रैल में इस पद पर नियुक्त की गई थीं। प्रमुख मानवाधिकारों की वकील अमल क्लूनी ने शुक्रवार को मीडिया की आजादी के लिए अपना पद छोड़ा है। क्लूनी ने यह फैसला सरकार के विरोध में लिया है।
अपने इस्तीफा पत्र में विदेश सचिव डॉमिनिक राब को क्लूनी ने लिखा कि ब्रिटिश सरकार के मीडिया की आजादी से संबंधित खेदजनक सुझावों के कारण वे अपना पद छोड़ रहीं हैं। व्यापार संधि को दरकिनार कर ब्रेक्जिट को अमलीजामा पहनाने की ब्रिटेन की मंशा से यूरोपीय यूनियन के साथ उसके सदियों पुराने रिश्ते में तनाव पैदा हो गया है। साथ ही यूरोपीय यूनियन और ब्रिटेन की व्यापार संधि जारी रहने की संभावना भी खटाई में पड़ गई है। हालात पर काबू पाने के लिए दोनों पक्षों के अधिकारियों ने लंदन में आपात बैठक की लेकिन गतिरोध खत्म नहीं हुआ।
ब्रिटेन 31 जनवरी को EU से अलग हो चुका है लेकिन पुरानी व्यवस्था के अनुसार, उसका व्यापार 31 दिसंबर तक चलना है। इस बीच दोनों पक्षों को नया व्यापार समझौता करना है। लेकिन शर्तों को लेकर ब्रिटेन और EU के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। ब्रिटेन शासित उत्तरी आयरलैंड का मामला उसमें बड़ा गतिरोध साबित हो रहा है। उसके लिए विशेष प्रावधान की मांग कर रहा है, वहीं ब्रिटेन वहां की व्यवस्था को खुद के साथ जोड़ने के लिए कह रहा है।
मूल रूप से लेबनान की रहने वाली ब्रिटिश बैरिस्टर अमल क्लूनी ने कई मामलों में दूसरे छोर पर खड़े उन लोगों की आवाज पुरजोर तरीके से उठाई है, जिनके साथ खड़े होने की हिम्मत कम ही लोग जुटा पाते हैं। वे विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के प्रत्यर्पण का मामला भी उठा चुकी हैं। अमल क्लूनी अमेरिका और लंदन में प्रैक्टिस करने वाली एक क्वालीफाइड वकील हैं। उन्हें 2002 में न्यूयॉर्क प्रैक्टिस कर चुकी हैं। इसके साथ ही वह इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस और द इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में भी काम कर चुकी हैं।