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Agustawestland case: भारत में मिशेल का हो रहा उत्पीड़न, ब्रिटिश लीगल टीम ने UN में की शिकायत

Agustawestland case के अभियुक्त क्रिश्चियन मिशेल को भारत में हिरासत के दौरान यातनाएं देने का आरोप लगाया गया है। ब्रिटिश लीगल टीम ने संयुक्त राष्ट्र में यह आरोप लगाया है।

By TaniskEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 07:43 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 07:43 PM (IST)
Agustawestland case: भारत में मिशेल का हो रहा उत्पीड़न, ब्रिटिश लीगल टीम ने UN में की शिकायत
Agustawestland case: भारत में मिशेल का हो रहा उत्पीड़न, ब्रिटिश लीगल टीम ने UN में की शिकायत

लंदन, प्रेट्र। अगस्ता वेस्टलैंड (Agustawestland case) हेलीकॉप्टर दलाली मामले में नया मोड़ आया है। मामले के अभियुक्त क्रिश्चियन मिशेल को भारत में हिरासत के दौरान यातनाएं देने का आरोप लगाया गया है। ब्रिटिश लीगल टीम ने संयुक्त राष्ट्र में आरोप लगाया है कि मिशेल को गैरकानूनी तरीके से भारत को सौंपा गया है और अब मानवाधिकारों का उल्लंघन कर उसका उत्पीड़न किया जा रहा है।

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मिशेल इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में है। दिल्ली हाई कोर्ट में उसे इंटरनेशनल फोन कॉल करने की सुविधा को लेकर एक अन्य मुकदमा भी चल रहा है। कोर्ट से मिली इस इजाजत को तिहाड़ जेल प्रशासन ने चुनौती दी है। कहा है कि जेल के नियमों में किसी कैदी को ऐसी सुविधा नहीं दी जा सकती।

बता दें कि 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद सौदे में दलाली लेने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने मिशेल को गिरफ्तार किया है। बाद में उसे सीबीआइ की हिरासत में दे दिया गया। अति महत्वपूर्ण लोगों के आवागमन के लिए 2010 में इन हेलीकॉप्टरों की खरीद का सौदा हुआ था लेकिन बाद में इसमें दलाली लिए जाने का पता चले पर सौदा खटाई में पड़ गया। सौदे में दलाली लेने वाले तीन लोगों में मिशेल भी शामिल है।

लंदन की कानूनी मामलों के विशेषज्ञों की संस्था- गर्निका 37 ने कहा है कि यूएई ने मार्च 2018 में मिशेल को गैरकानूनी तरीके से भारत को सौंपा था। यूएई छोड़कर भागी शाही परिवार की युवती शेख लतीफा बिंत मुहम्मद अल मखतूम को भारतीय अधिकारियों द्वारा पकड़कर जबरन उसके परिवार को सौंपे जाने के एवज में मिशेल को भारत को सौंपा गया था।

कंपनी ने कहा है कि मिशेल को प्रत्यर्पण की औपचारिकताएं पूरी किए बगैर गैरकानूनी तरीके से यूएई ने भारत को सौंपा। इसके बाद सीबीआइ और ईडी ने आरोपों को स्वीकार करने के लिए लगातार उसका उत्पीड़न किया। ये आरोप भारत की अंदरूनी राजनीति से प्रेरित हैं। कंपनी ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकारों से संबंधित उच्चायुक्त को मामले में अविलंब हस्तक्षेप की मांग की है।


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