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अब आपराधिक मनोरोगी की पहचान हुई आसान, जानें- क्‍या है लक्ष्‍ण

अापराधिक प्रवृत्ति के मनोरोगी की आंखों की प्रतिक्रिया अन्‍य लोगों से विलग होती है। इससे उसकी पहचान करना आसान है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 10:19 AM (IST)Updated: Wed, 19 Dec 2018 11:48 AM (IST)
अब आपराधिक मनोरोगी की पहचान हुई आसान, जानें- क्‍या है लक्ष्‍ण
लंदन [ एजेंसी ]। यह शोध आपके लिए उपयोगी हो सकता है। क्‍या आपके आस-पास कोई मनोरोगी तो मौजूद नहीं है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने अपने शोध में गुनाह और मनोविकार का गहरा संबंध स्‍थापित किया है। कार्डिफ़ यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के शोधकर्ताअों ने मनोवैज्ञानिक अपराधियों के भौतिक लक्ष्‍णों को चिन्हित किया है। इन लक्ष्‍णों के अधार पर आप आपराधिक मनोरोगी को आसानी से पहचान सकते हैं।
दरअसल, अापराधिक प्रवृत्ति के मनोरोगी की आंखों की प्रतिक्रिया अन्‍य लोगों से विलग होती है। इससे उसकी पहचान करना आसान है। किसी स्‍ट्रेस करने वाले दृश्‍य पर उसकी आंखें असमान्‍य और असहज हरकते करती हैं। उनकी आंखों में अलग किस्‍म का खिंचाव पैदा होता है। इससे उनकी आंखों के आकार में बदलाव आता है। कार्डिफ़ और स्वानसी विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं ने इन दृश्‍यों की अांखों पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्‍ययन किया है। उनका दावा है कि इस दृश्‍य का मनोवैज्ञानिक अपराधियों और सामान्‍य व्‍यक्ति की आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव में एक महत्‍वपूर्ण अंतर देखने को मिला। कार्डिफ़ यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के प्रमुख लेखक डॉ डैन बर्ली ने कहा कि हमारे निष्कर्ष मनोवैज्ञानिक अपराधियों के लिए सामान्य भावनात्मक घाटे का भौतिक प्रमाण प्रदान करते हैं।
मनोरागी की कैसे करें पहचान
एक मनोरोगी अपने विकार के आधार पर विभिन्न लक्षणोें को प्रदर्शित करते हैं। प्रोफेसर मनोचिकित्सा जैकब वेल्स ने कहा कि किसी से मिलने पर वह सबसे दिलचस्प व्यक्ति बनने की कोशिश करता है। मनोरोगी कभी-कभी आवाज या शरीर की भाषा सहित स्लिप-अप के साथ असंगत भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को प्रदर्शित करते हैं। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि वे भय और प्रेम जैसी भावनाओं को समझने में असमर्थ हैं, लेकिन उनकी नकल कर सकते हैं।
मनोरोगी अक्सर बेहद मोहक और करिश्माई होते हैं। इनके व्यक्तित्व को आकर्षक कहा जा सकता है। ये सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। सबकी प्रशंसा पाते हैं। इस रोग से ग्रसित लोग अपने आप को पूर्ण अधिकारी मानते हैं और केवल अपने मत और विश्वास को प्राध्यानय देते हैं। वे दूसरों के मतों कि उपेक्षा करते हैं। मनोरोगी अक्‍सर लज्जालु, आशंकित या निरुत्तर होते हैं। इनको अपना गुस्‍सा या अधीरता को छिपाने में दिक्कत होती हैं। ये हमेशा दुसरों के अपने भावों कि जल्दबाजी में प्रतिक्रिया देते हैं। मनोविकार से ग्रसित लोग असाधारण रूप से साहसी स्वभाव दर्शाते हैं। कभी-कभी ऐसा प्रतीत होता है कि वे सामाजिक नियमों के दायरे के बाहर जा कर कार्य करते हैं। वे अपने कार्यों के फल को या प्रतिक्रिया को सोचे बिना अजीबोगरीब और जोखिम भरे काम करते हैं।
मनोरोगी लोग अपराधी हो सकते हैं। कानून कि और सामाजिक नियमों कि उपेक्षा करने कि प्रवृत्ति के कारण इन व्यक्तियों का अतीत अपराध से जुड़ा हो सकता है। ये चोरी करने कि बीमारी से पीड़ित, धोखेबाज या खूनी भी हो सकते हैं। ये लोग पेशेवर झूठे होते हैं। ये लोग मनगढंत कहानियां बुनते हैं। अपने आत्मविश्वास और दृढ़ता के कारण और विचित्र एवं झूठे वाक्य बोलकर भी लोगो का भरोसा जीतते हैं। ये दूसरों से अपना काम करवाने में माहिर होते हैं। इनकी करिश्मा या ज़ोर ज़बरदस्ती के कारण इनकी मित्र या सहकर्मी इनकी हर बात मानते हैं। मनोरोगी व्‍यक्ति अपने कर्मों के लिए लज्जित होने या पछतावा करने में असमर्थ होता है। इन्होंने अगर किसी को चोट पहुंचाई है तो इसका उन्हें कोई पश्चाताप नहीं होता। ये आपको बेरुख और अपनी बात को सिद्ध करते हुए नज़र आएंगे।
इस विकार से ग्रसित व्यक्ति चालाक होते हैं। ये अपने आस-पास के लोगों को प्रभावित करने कि और उन पर वर्चस्व पाने कि कोशिश करते हैं। ऐसे व्यक्ति प्यार करने में असक्षम होता है। उनको अपनी भावनाओं को समझने में दिक्कत होती है।

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