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जर्मनी के विदेश मंत्री ने कहा- यूक्रेन का विकास दिलाएगा रूस को प्रतिबंधों में छूट

जर्मनी के विदेश मंत्री सिगमर गैब्रिएल ने कहा कि वे रूस पर कुछ प्रतिबंधों को हटाना चाहते हैं यदि यूक्रेन में सीजफायर लागू हो जाता।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 17 Feb 2018 04:12 PM (IST)Updated: Sat, 17 Feb 2018 04:12 PM (IST)
जर्मनी के विदेश मंत्री ने कहा- यूक्रेन का विकास दिलाएगा रूस को प्रतिबंधों में छूट
जर्मनी के विदेश मंत्री ने कहा- यूक्रेन का विकास दिलाएगा रूस को प्रतिबंधों में छूट

म्‍यूनिख (रायटर्स)। यूक्रेन में सीजफायर लागू होने की शर्त पर रूस पर लगे प्रतिबंधों में छूट देने पर जर्मनी के विदेश मंत्री सिगमर गैब्रिएल ने सहमति जताई। उन्‍होंने शनिवार को कहा कि वे रूस पर कुछ प्रतिबंधों को हटाना चाहते हैं यदि संयुक्‍त राष्‍ट्र शांति सैनिकों की मदद से पूर्वी यूक्रेन में सीजफायर लागू हो जाता। जर्मनी के शहर म्यूनिख में हो रहे तीन दिवसीय सुरक्षा सम्मेलन में उन्‍होंने ये बातें कहीं।

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इस सालाना सम्‍मेलन में दुनिया भर के ऐसे नेता और आला अधिकारी मिलते हैं जिनके फैसले सीधे तौर पर वैश्विक सुरक्षा को प्रभावित करते हैं। तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे, इजरायल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू, इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको और रूस, ईरान और तुर्की के विदेश मंत्री हिस्सा शामिल हुए।

गैब्रिएल ने कहा मिंस्‍क शांति समझौते को पूरी तरह लागू करने का आग्रह करना सही नहीं है। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें यह पता है कि आधिकारिक पद पर उनका विचार अन्‍य अधिकारियों से अलग है कि प्रतिबंधों में राहत तभी दी जा सकती है जब मिंस्‍क समझौते का पूर्ण रूप से कार्यान्‍वयन हो। रूस समर्थित अलगाववादी विद्रोह के कारण पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष के कारण 2014 से अब तक करीब 10,000 लोग मारे गए।

बता दें कि अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने मिंस्क समझौते पर हस्ताक्षर के तीन साल पूरे होने के अवसर पर रूस को लताड़ लगाते हुए कहा कि जब तक वह यूक्रेन के मुद्दे पर कोई बदलाव नहीं करता तब तक मास्को के खिलाफ प्रतिबंध जारी रहेंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, एक बयान में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने मास्को पर समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धता को अनदेखा करने और यूक्रेनी संघर्ष को लगातार भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, रूस अपनी प्रत्यक्ष भागीदारी को अस्वीकार कर रहा है जबकि रूसी नेतृत्व वाले बल धमका रहे हैं और निशस्त्र संगठन यूरोप में सुरक्षा एवं सहयोग (ओएससीई) की सुरक्षित पहुंच में बाधक बन रहे हैं।

बता दें कि जब क्रेमलीन ने वहां अलगाववादियों को सैन्‍य समर्थन देने से मना कर दिया यूरोपियन यूनियन और अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया। ग्रैब्रिएल ने मीटिंग में कहा, ‘हमें तुरंत विकास की आवश्‍यकता है क्‍योंकि दुनिया अधिक खतरनाक होती जा रही है।‘ इस मीटिंग में रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव भी मौजूद थे।


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