Activist Alexey Navalny: पुतिन के खिलाफ सबसे लंबा विरोध प्रदर्शन जारी, 60 शहरों में प्रदर्शन की आंच, कई पुसिकर्मी घायल
अल जजीरा के मुताबिक रूसी पुलिस ने 2000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। हाल के वर्षों में राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ इसे सबसे लंबा विरोध प्रदर्शन बताया जा रहा है। मॉस्को में विरोध प्रदर्शन के दौरान 39 अधिकारी घायल हो गए हैं।
मास्को, एजेंसी। रूस में विपक्षी कार्यकर्ता एलेक्सेई नवलनी की गिरफ्तारी से उपजा आक्रोश निरंतर बढ़ता जा रहा है। शनिवार को रूस की सड़कों पर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी निकल पड़े और गिरफ्तारी का विरोध किया। इस बाबत रूस के कई शहरों में रैलियों का आयोजन किया गया। अल जजीरा के मुताबिक रूसी पुलिस ने 2000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। हाल के वर्षों में राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ इसे सबसे लंबा विरोध प्रदर्शन बताया जा रहा है। रूस के तकरीबन 60 शहरों में विरोध-प्रदर्शन की आंच है। बता दें कि रूस की सरकार ने व्लादिमीर पुतिन के सबसे घोर विरोधी नवलनी को उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह बर्लिन से लौटकर मॉस्को आए थे। नवलनी पिछले वर्ष अगस्त में रूस में हुए जानलेवा नर्व एजेंट हमले के बाद बर्लिन में रिकवर कर रहे थे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान 39 अधिकारी घायल
प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बल का भी प्रयोग किया। कई स्थानों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पुलिस ने स्पुतनिक को बताया कि मॉस्को के पुश्किनकाया स्क्वायर में शनिवार को कुछ 4,000 प्रदर्शनकारी एकत्र हुए थे। मॉस्को में 300 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पीटर्सबर्ग में 162 लोगों को गिरफ्तार किया गया। प्रदर्शनकारियों ने पानी के बोतलों और अंडों से पुलिस बल पर निशाना बनाया। इससे कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं हैं। मॉस्को में विरोध प्रदर्शन के दौरान 39 अधिकारी घायल हो गए हैं। नवालनी के समर्थन में पूरे रूस में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान रूसी पुलिस ने अब तक 2000 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। राष्ट्रपति पुतिन के विरोधी नवालनी ने रविवार को अपनी गिरफ्ताीर के बाद प्रदर्शनों का आह्वान किया था। नवालनी के कई सहयोगियों को शनिवार को प्रदर्शन के पूर्व हिरासत में लिया गया है।
पैरोल के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप
बता दें कि नवलनी पर पैरोल के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने नवलनी को तीस दिन की रिमांड पर लिया है। नवलनी ने अपने को निर्दोष बताते हुए समर्थकों से प्रदर्शन की अपील की थी। अपने नेता की गिरफ्तारी के बाद रूस में हजारों लोग एक साथ सड़कों पर उतर आए। नवलनी की गिरफ्तारी पर संयुक्त राष्ट, अमेरिका और यूरोपीय देश कड़ा विरोध व्यक्त कर चुके हैं। यूरोपीय संघ से रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई है।