Russia-Ukraine War: रूस ने कहा- यूक्रेन में शांति समझौते पर अमेरिका से सहमत, वार्ता को लेकर अभी कोई कदम नहीं
रूस ने मंगलवार को कहा कि वह यूक्रेन में स्थायी शांति की जरूरत को लेकर अमेरिका के साथ सहमत हो सकता है लेकिन जब तक यूक्रेन में वह अपने विशेष सैन्य अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर लेता तब तक वार्ता की कोई गुंजाइश नहीं है। Photo-AP
मास्को, रायटर्स। रूस ने मंगलवार को कहा कि वह यूक्रेन में स्थायी शांति की जरूरत को लेकर अमेरिका के साथ सहमत हो सकता है, लेकिन जब तक यूक्रेन में वह अपने विशेष सैन्य अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर लेता तब तक वार्ता की कोई गुंजाइश नहीं है और बातचीत की संभावना को कम कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों नेताओं ने कहा है कि वे यूक्रेन पर कूटनीतिक रास्ते के लिए तैयार हैं। लेकिन, दोनों नेताओं के बीच बैठक आयोजित नहीं की गई है और न ही कोई पक्ष बातचीत की शर्तों पर सहमत है।
अमेरिका ने बातचीत को बताया जरूरी
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को एक साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष करीब-करीब निश्चित रूप से कूटनीति और बातचीत के माध्यम से खत्म हो जाएगा। उन्होंने संघर्ष को रोकने के लिए कुटनीति और वार्ता पर जोर देते हुए न्यायसंगत और मजबूत शांति की आवश्यकता की उम्मीद जताई। ब्लिंकन की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि वह शांति की आवश्यकता के बारे में सहमत हैं। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अब अपने 10वें महीने में है, रूस ने इसी वर्ष 24 फरवरी को यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत की थी।
वार्ता को लेकर रूस अभी तैयार नहीं
क्रेमलिन ने कहा कि परिणाम न्यायसंगत और मजबूत होना चाहिए, कोई भी इससे सहमत हो सकता है। हालांकि, उन्होंने कहा, 'लेकिन जहां तक किसी तरह की बातचीत की संभावनाओं की बात है, हम फिलहाल उस ओर कोई विकास नहीं देखते हैं, हमने बार-बार ऐसा कहा है।' उन्होंने कहा, 'विशेष सैन्य अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त किया जाना चाहिए। रूस को अपने द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना होगा।'
समझौते पर यूक्रेन ने रूस के सामने रखी शर्त
बात दें कि यूक्रेन में रूस के लक्ष्यों को पूरी तरह से परिभाषित नहीं किया गया है और ऐसा माना जा रहा है कि युद्ध के मैदान में उसकी सेना को असफलताओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि रूस ने कहा है कि वह दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन में कब्जे वाले क्षेत्र को कभी नहीं छोड़ेगा। कीव ने शांति के बदले में रूस को यूक्रेन का कोई भी हिस्सा देने से इनकार कर दिया है। साथ ही कीव ने रूस से मांग की है कि 2014 के बाद से क्रीमिया और रूस द्वारा कब्जा की गई जमीन सहित सभी क्षेत्रों को वापस कर दें।