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Ukraine War: रूस ने यूक्रेन से सैनिकों की वापसी का प्रस्ताव किया खारिज, कहा- वास्तविकता करनी होगी स्वीकार

रूस ने मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की के शांति प्रस्ताव को खारिज कर दिया। दरअसल यूक्रेन के शांति प्रस्ताव में रूसी सैनिकों की वापसी शामिल थी। इसे खारिज करते हुए रूस ने कहा कि यूक्रेन को अब वास्तविक और वर्तमान स्थिति को स्वीकार करनी होगी।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyPublished: Tue, 13 Dec 2022 06:08 PM (IST)Updated: Tue, 13 Dec 2022 06:08 PM (IST)
Ukraine War: रूस ने यूक्रेन से सैनिकों की वापसी का प्रस्ताव किया खारिज, कहा- वास्तविकता करनी होगी स्वीकार
रूस ने यूक्रेन से सैनिकों की वापसी प्रस्ताव किया खारिज, कहा- वास्तविकता करना होगा स्वीकार

लंदन, रायटर्स। रूस ने मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की के शांति प्रस्ताव को खारिज कर दिया। दरअसल, यूक्रेन के शांति प्रस्ताव में रूसी सैनिकों की वापसी शामिल थी। इसे खारिज करते हुए रूस ने कहा कि यूक्रेन को अब वास्तविक और वर्तमान स्थिति को स्वीकार करनी होगी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन को वास्तविकताओं में रूस के चार यूक्रेनी क्षेत्रों को अपने नए विषयों के रूप में शामिल करना होगा, जिसकी घोषणा सितंबर में की गई थी। हालांकि संयुक्त राष्ट्र के अधिकांश देशों ने अवैध के रूप में इसकी निंदा की थी।

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यूक्रेन ने जी-7 देशों से मांगी मदद

दमित्री पेसकोव ने यूक्रेन द्वारा जी-7 देशों के नेताओं से अधिक सैन्य उपकरण, वित्तीय सहायता और ऊर्जा सहायता की मांग को भी उठाया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के इस कदम से दोनों देशों के बीच शत्रुता जारी रहेगी। क्रेमलिन ने प्रस्तावित रूसी सैनिकों की वापसी पर कहा कि यूक्रेन को वास्तविक स्थिति को समझने की जरूरत है।

क्रेमलिन ने जनमत का किया जिक्र

दमित्री पेसकोव ने कहा कि वास्तविक स्थिति ये है कि रूसी संघ में नए विषय सामने आए हैं, जो इन इलाकों में हुए जनमत संग्रह के परिणाम में दिखे। उन्होंने कहा कि नई वास्तविकताओं को ध्यान में रखे बिना, किसी तरह की बातचीत संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक रूस द्वारा अपने सैनिकों को वापस बुलाने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होते हैं।

यूक्रेन ने जनमत को बताया था अवैध

बता दें कि यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने जनमत संग्रह को अवैध करार देते हुए खारिज कर दिया, जिसे पेसकोव ने दक्षिण और पूर्वी यूक्रेन के चार क्षेत्रों में कराया थे। इन क्षेत्रों में आंशिक रूप से रूस का कब्जा है। यूक्रेन ने कहा कि इन इलाकों में बंदूक की नोक पर जनतम आयोजित किए गए थे।

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