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भारत-रूस संबंध अब खास रणनीतिक साझेदारी में बदले: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के दौरान कम से कम सात बार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र किया।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 21 May 2018 08:56 PM (IST)Updated: Mon, 21 May 2018 08:56 PM (IST)
भारत-रूस संबंध अब खास रणनीतिक साझेदारी में बदले: पीएम मोदी

सोची (रूस), प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सोमवार को अपनी पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता में भारत-रूस संबंधों के नए आयाम को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी अब 'खास विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' में बदल गई है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

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रूस में काला सागर के तटीय शहर सोची में हुई दोनों नेताओं की इस मुलाकात में मोदी ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा कि भारत और रूस लंबे समय से दोस्त रहे हैं और यह दोस्ती अटूट रही है। मोदी ने कहा, 'मैं राष्ट्रपति पुतिन का आभारी हूं कि उन्होंने अनौपचारिक मुलाकात के लिए मुझे आमंत्रित किया। इस तरह से हमारी लंबी दोस्ती में यह एक नया आयाम जुड़ गया है।' उन्होंने कहा कि आपने (पुतिन) द्विपक्षीय संबंधों में अनौपचारिक शिखर वार्ता का एक नया आयाम जोड़ दिया है। मैं इसे बड़ा अवसर मानता हूं।'

सात बार वाजपेयी का जिक्र

मोदी ने इस दौरान कम से कम सात बार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र किया। 2001 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपने पहले रूस दौरे को याद करते हुए मोदी ने कहा कि उनके राजनीतिक करियर में भी रूस और पुतिन काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि पुतिन पहले वैश्विक नेता थे, जिनसे उन्होंने गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद मुलाकात की थी। मोदी ने कहा, 'तब से 18 साल बीत चुके हैं और विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए मुझे आपसे मुलाकात के कई अवसर मिले और भारत-रूस संबंधों को आगे ले जाने की कोशिश की।' उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी और राष्ट्रपति पुतिन द्वारा बोये गए रणनीतिक साझेदारी के बीज अब दोनों देशों के बीच विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी में तब्दील हो गए हैं।

एससीओ की सदस्यता दिलाने के लिए दिया धन्यवाद

मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की स्थायी सदस्यता दिलाने में भारत की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर रूस को धन्यवाद दिया। आठ राष्ट्रों के इस संगठन का उद्देश्य सदस्य देशों में सैन्य एवं आर्थिक सहयोग बढ़ाना है। भारत और पाकिस्तान को इस संगठन में पिछले साल शामिल किया गया था। मोदी ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (आइएनएसटीसी) और ब्रिक्स पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

चौथी बार राष्ट्रपति बनने पर पुतिन को दी बधाई

मोदी ने पुतिन को चौथी बार रूस का राष्ट्रपति बनने पर बधाई भी दी। उन्होंने कहा, 'यह मेरा सौभाग्य रहा कि आपसे फोन पर बातचीत हुई और जल्द ही आपसे मिलकर आपको बधाई देने का मौका मिला। साल 2000 में जबसे आपने पदभार संभाला था तबसे हमारे संबंध ऐतिहासिक रहे हैं।'

पुतिन बोले, संबंधों में नई जान फूंकेगा मोदी का दौरा

प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए पुतिन ने कहा कि उनका दौरा द्विपक्षीय संबंधों में नई जान फूंकेगा। उन्होंने कहा, 'हमारे रक्षा मंत्रालय बेहद करीबी संपर्क और सहयोग बनाए रखते हैं। यह अपने आप में हमारी बेहद उच्चस्तरीय रणनीतिक साझेदारी को बयान करते हैं।' उन्होंने विदेशी नीति के क्षेत्र में दोनों देशों के संयुक्त सहयोग की भी प्रशंसा की। रूसी राष्ट्रपति ने इसके लिए संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स और एससीओ का खासतौर पर जिक्र किया। पुतिन ने कहा कि पिछले साल आपसी व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और इस साल के पहले कई महीनों में 17 फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।

फीफा व‌र्ल्ड कप आयोजन के लिए मोदी ने दी बधाई

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन और रूस को फीफा व‌र्ल्ड कप-2018 का मेजबान बनने के लिए भी बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा, 'पूरी दुनिया फीफा व‌र्ल्ड कप-2018 की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रही है। आप इसका आयोजन करने जा रहे हैं। आप दुनिया के आकर्षण का केंद्र होंगे और मैं इसके लिए आपको बधाई देता हूं।' मालूम हो कि पुरुषों के फीफा व‌र्ल्ड कप का आयोजन 14 जून से 15 जुलाई तक रूस के 11 शहरों के 12 स्थलों पर किया जाएगा। इसमें दुनियाभर की 32 टीमें हिस्सा लेंगी और इस दौरान कुल 64 मैच खेले जाएंगे। खास बात यह है कि 32 साल में पहली बार अमेरिकी टीम इसमें हिस्सा नहीं ले सकेगी, क्योंकि वह इस प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी है। फीफा व‌र्ल्ड कप का आयोजन हर चार साल में किया जाता है।


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