कोरोना महामारी पर एकजुट हुए रूस-इजरायल, नेतन्याहू और पुतिन ने की फोन पर बात
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मिलकर काम करने को तैयार हैं।
यरुशलम, एजेंसी। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मिलकर काम करने को तैयार हैं। दोनों नेताओं ने इस बाबत फोन पर बात की। कोरोना महामारी से निपटने के लिए दोनों देश मिलकर काम करने को राजी हुए। दोनों नेताओं की वार्ता के बाद नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा दोनों देशों के नागरिक अपने-अपने देश लौट सकेंगे। नेतन्याहू ने कहा कि पुतिन ने चिकित्सा उपकरणों की खरीद में सहयोग पर राजी हैं। इज़राइल कोरोना वायरस और श्वासयंत्र के लिए परीक्षण किटों की रूस को आपूर्ति करता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल में कोरोना महामारी से अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में कोरोना वायरस से 8,904 लोग संक्रमित हैं। इजरायल ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा रखा है। उधर, रूस में कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए उठाए जा रहे कड़े कदमों के तहत 27 मार्च की मध्य रात्रि से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद कर दी गईं। इस आदेश में कहा गया था कि आधी रात से सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोक दी जाएंगी और केवल वही विशेष उड़ानें देश में आ सकेंगी जिनसे, दूसरे देशों में रह रहे रूसी नागरिकों को वापस लाया जा रहा है।
सरकार लोगों से घर पर रहने के लिए कह रही है। हालांकि, इससे पहले रूस का रवैया कोरोना को लेकर बहुत नजरअंदाज करने वाला था। राष्ट्रपति पुतिन इसे लेकर बेफ़िक्र थे और खुलेआम लोगों से हाथ मिलाते नजर आ रहे थे। कोविड-19 से पीड़ित रूसियों की संख्या 1,000 के पार चली गई। रूस में सबसे ज्यादा मामले मॉस्को में सामने आ रहे हैं। शुरुआत में रूस इसे महामारी नहीं मानता था, लेकिन बाद में हालात बेकाबू होते देख उसने नागरिकों पर पाबंदियां लगा दी।