असद ने अमेरिकी हमले को युद्ध की कार्रवाई बताया
असद ने रविवार को रूस सांसदों के दल के साथ मुलाकात में यह बात कही। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले को लेकर ब्रिटेन और फ्रांस के नेताओं से बातचीत की।
मॉस्को, रायटर/आइएएनएस : सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने अपने देश पर अमेरिका के मिसाइल हमले को युद्ध की कार्रवाई बताया है। असद ने रविवार को रूस सांसदों के दल के साथ मुलाकात में यह बात कही। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले को लेकर ब्रिटेन और फ्रांस के नेताओं से बातचीत की। गौरतलब है कि कथित रासायनिक हमले को लेकर अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने शनिवार को सीरिया में मिसाइल हमले किए थे। सीरिया पर हमले के बाद रूस के सांसदों ने असद से मुलाकात की।
रूसी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक, रूसी सांसद सर्जेई झेलेजेन्याक ने कहा कि हम असद के अमेरिकी हमले को युद्ध की कार्रवाई बताने से सहमत हैं। असद ने उन्हें बताया कि सीरिया ने 1970 के दशक के सोवियत मिसाइल से हमले को रोका। रूसी सांसदों ने हमले को रोकने के लिए सीरिया की ओर से सोवियत काल के हवाई रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल करने की तारीफ की। रूस के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने शनिवार को बताया था कि इस रक्षा प्रणाली से अमेरिका के 105 में से 71 मिसाइलों को रोका गया।
उधर ट्रंप ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे के साथ फोन पर बातचीत की। उन्होंने इस संयुक्त मिसाइल हमले को सफल और सीरिया को आगे रासायनिक हमले से रोकने के लिए जरूरी बताया। उन्होंने सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) को हराने के लिए बहुराष्ट्रीय स्थिरता प्रयासों को पुनर्जीवित करने की जरूरत पर भी चर्चा की।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि हमने सीरिया में अपने सभी लक्ष्यों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। इनमें तीन रासायनिक हथियार ठिकाने शामिल हैं। हमले रासायनिक हथियार शोध और विकास केंद्रों को ध्वस्त करने के लिए किए गए। पेंटागन ने इस दौरान सीरिया द्वारा अपने विमान या जहाज से दागी गई मिसाइल को रोके जाने की बात से इन्कार किया।
वहीं, सीरिया पर अमेरिका के मिसाइल हमले के विरोध में न्यूयार्क के यूनियन स्क्वायर पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने इसे मध्य पूर्व में अमेरिकी साम्राज्यवाद के विस्तार का एक और उदाहरण बताया। उनका कहना था कि सैनिक हमले से सीरिया की समस्या का हल नहीं होगा। उन्होंने हमले से नागरिकों के प्रभावित होने को लेकर चिंता जताई।
यूएन में अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन की नई मुहिम
मिसाइल हमले के कुछ ही घंटे बाद अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया में रासायनिक हमलों की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में नई मुहिम शुरू की। तीनों देशों ने रविवार को यूएन सुरक्षा परिषद में एक संयुक्त मसौदा प्रस्ताव जारी किया। इसमें सीरिया में निर्बाध मानवीय सहायता उपलब्ध कराने और युद्ध विराम लागू करने की अपील की गई है। साथ ही यूएन नेतृत्व वाली शांति वार्ताओं में सीरिया को शामिल करने की मांग की गई है। इसमें सीरिया में रासायनिक हमलों के आरोपों की स्वतंत्र जांच कराने की बात कही गई है जिसका मकसद दोषियों का पता लगाना होगा। इसके अलावा रासायनिक हथियारों पर रोक लगाने वाले संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) को 30 दिनों के भीतर यह रिपोर्ट देने को कहा गया है कि सीरिया ने अपने रासायनिक हथियार जखीरे का पूरी तरह से खुलासा किया है या नहीं।