VIDEO: शाहीन बाग में दमदार भाषण देने की प्रैक्टिस कर रहे थे मौलाना, कुर्सी से गिरे धड़ाम
एक मौलाना शाहीन बाग में दमदार भाषण देने की प्रैक्टिस कर रहे थे इसी दौरान वो अपनी कुर्सी से ही नीचे गिर गए।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। कई बार अति उत्साह नुकसानदायक हो जाता है। कुछ ऐसा ही एक मुस्लिम धर्मगुरू के साथ भी हुआ। वो शाहीन बाग में जोरदार और जबरदस्त भाषण देने की तैयारी कर रहे थे। हाथ में माइक था और पूरे जोर से भाषण देने की प्रैक्टिस जारी थी।
सामने बैठा शख्स कुछ लाइनें बोलता तो वो उसको दुहरा रहे थे। इसी दौरान वो अति उत्साह में आ गए। उत्साह इतना अधिक हो गया कि वो खुद को भी नहीं संभाल पाए और अपनी कुर्सी से असंतुलित होकर नीचे गिर गए। उसके बाद लाहौल विला कुवत कहते हुए उठे और धूल साफ करने लगे।
उनके सामने बैठे हुए कुछ लोगों ने मौलाना के जोरदार भाषण को मोबाइल में रिकार्ड कर लिया था, अब ये वायरल हो गया। दिल्ली का शाहीन बाग इलाका गैर-मुस्लिम प्रवासियों के लिए नागरिकता कानून के विरोध का केंद्र बन गया है। यहां पर लोग 53 दिनों से अधिक समय से धरना दे रहे हैं। एक मुस्लिम धर्मगुरु दिल्ली में शाहीन बाग विरोध स्थल पर जाकर भावुक भाषण देने के लिए एक कमरे में प्रैक्टिस करते हैं। उनके कमरे में कुछ बच्चे और एक अन्य व्यक्ति सामने बैठा होता है।
शाहीन बाग में "दमदार भाषण" देने की प्रैक्टिस कर रहे है "अंडर ट्रेनी मौलाना" के साथ तो "लाहौल विला कुवैत" हो गया.!!😂😂😂 pic.twitter.com/rLQJjb7unp
— दीक्षा पाण्डेय🇮🇳 (@Dikshapandey22) February 6, 2020
मौलाना सामने बैठे व्यक्ति के बताए गए वाक्यों को दुहराते हैं मगर अचानक से वो अत्यधिक उत्साहित हो जाते हैं। इतनी तेजी से और उत्साह के साथ बोलने की कोशिश करते हैं कि अपनी कुर्सी से असंतुलित होकर एक ओर गिर जाते हैं। उनके गिरते ही कमरे में मौजूद बच्चे हंसने लगते हैं, कुछ देर के बाद मौलाना खुद उठते हैं और अपने को संभालते हुए खड़े हो जाते हैं।
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में लगभग दो माह से महिलाएं, बच्चे और कुछ बुजुर्ग महिलाएं धरना दे रही है। इस वजह से नोएडा कालिंदी कुंज सड़क वाहन चालकों के लिए बंद पड़ी है। कई बार लोग इस सड़क को खुलवाने के लिए प्रदर्शन भी कर चुके हैं। इस सड़क को लेकर एक दो मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं। अब तक दो बार यहां गोली चलने की भी घटनाएं हो चुकी है।
नोएडा से दिल्ली आने जाने वाले वाहन चालक इस सड़क का इस्तेमाल करते हैं मगर जब से यहां पर प्रदर्शन शुरू हुआ है उसके बाद से सड़क बंद है। इस वजह से दूसरे रास्ते पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। वहां जाम लग जाता है। जो सफर आधे घंटे में तय हो रहा था उसे पूरा करने में वाहन चालकों को डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है। ये एक बड़ी परेशानी है।