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पाकिस्तान: जैनाब के हत्‍यारे 'खाली बॉक्‍स' की वजह से पुलिस के हत्‍थे चढ़े!

संदिग्ध के खिलाफ पहले भी छह बार दुष्कर्म के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। गिरफ्तार किया गया दूसरा संदिग्ध व्यक्ति उसका भाई है जिस पर भी इसी तरह के मामले दर्ज किए जा चुके हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Sat, 20 Jan 2018 04:31 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jan 2018 04:31 PM (IST)
पाकिस्तान: जैनाब के हत्‍यारे 'खाली बॉक्‍स' की वजह से पुलिस के हत्‍थे चढ़े!

पाकिस्तान, आइएएनएस। आखिरकार पाकिस्तान में सात वर्षीय बच्ची जैनाब की हत्या और दुष्कर्म के मामले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जैनाब अमीन का 4 जनवरी को उसके घर के पास से अपहरण कर लिया गया था। बाद में उसके साथ दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। 9 जनवरी को जैनाब के शव को कचरे के ढेर से बरामद किया गया।
पाकिस्‍तानी अखबार डॉन ने शनिवार को सूत्रों के हवाले से बताया कि जांचकर्ताओं को बच्ची के शव के पास एक खाली बक्सा मिला था और शुक्रवार को गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान फोरेंसिक जांच की मदद से की गई। संदिग्ध के खिलाफ पहले भी छह बार दुष्कर्म के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। गिरफ्तार किया गया दूसरा संदिग्ध व्यक्ति उसका भाई है जिस पर भी इसी तरह के मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
सूत्रों ने बताया कि दोनो भाई पंजाब प्रांत के कॉलेज रोड क्षेत्र के निवासी हैं। जैनब की हत्या की जांच के लिए 10 जनवरी को गठित की गई संयुक्त जांच टीम ने 300 मोबाइल फोन नंबरों का डाटा जुटाया और उनमें से छह को आगे की जांच के लिए चिन्हित किया। सूत्रों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से पंजाब के कसूर शहर में दोनों संदिग्धों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा था। सूत्रों ने बताया कि संदिग्धों को जिले के बाहर एक स्थान से गिरफ्तार किया गया।
पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक आरिफ नवाज ने शुक्रवार को कहा था कि जांचकर्ता सही दिशा में जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक नई वीडियो वायरल हुई है जिसमें संदिग्धों को पीड़िता के घर के आसपास घूमते हुए देखा जा सकता है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि जेआईटी ने कोई भी वीडियो फुटेज जारी नहीं किया। वास्तव में वीडियो क्लिप पीड़िता के परिवार द्वारा जेआईटी के साथ साझा की गई पहली वीडियो का प्रारंभिक भाग था।
पाकिस्तान नेशनल असेंबली के अध्यक्ष सरदार अयाज सादिक ने बाल उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से सुझाव देने के लिए शुक्रवार को एक 10 सदस्यीय समिति का गठन किया। समिति को 30 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौपने के लिए कहा गया है।

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