जानिए, क्यों आएंगे इसबार कराची से चौंकाने वाले चुनाव नतीजे
पाकिस्तान के सबसे बड़े महानगर कराची के चुनाव नतीजों पर इस बार खास नजर है।
कराची। पाकिस्तान के सबसे बड़े महानगर कराची के चुनाव नतीजों पर इस बार खास नजर है। अल्ताफ हुसैन की अगुआई वाली मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) में टूट के बाद कराची में पहला चुनाव हो रहा है। इस पार्टी का कराची में पिछले 30 सालों से दबदबा था। साल 2013 के चुनाव में उसने कराची की 21 संसदीय सीटों में से 16 पर जीत दर्ज की थी। चुनाव विश्लेषकों का आकलन है कि कराची से इस बार चौंकाने वाले नतीजे आएंगे।
कराची में एमक्यूएम के कमजोर पड़ने से देश की तीनों प्रमुख पार्टियों पीएमएल-एन, पीटीआइ और पीपीपी के लिए रास्ता खुल गया है। चुनाव में हालांकि एमक्यूएम से अलग हुआ दूसरा धड़ा एमक्यूएम-पी भी खड़ा है। इनके अलावा दो अन्य पार्टियां मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल और पाक सरजमीन पार्टी भी जीत के लिए जोर लगा रही है।
कराची में सिंध विधानसभा की 43 सीटें भी आती हैं। एमक्यूएम में साल 2016 में टूट हो गई थी। एक दौर था जब कराची में अल्ताफ की तूती बोलती थी। वह लंबे समय से लंदन में निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे हैं।