शरीफ व बिलावल की पार्टियों ने लगाए पाकिस्तान चुनाव में धांधली के आरोप
पाकिस्तान को क्रिकेट का पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले इमरान खान अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा 'मैच' लगभग जीत गए हैं।
इस्लामाबाद, प्रेट्र/रायटर। पाकिस्तान को क्रिकेट का पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले इमरान खान अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा 'मैच' लगभग जीत गए हैं। आम चुनाव में उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) को फिलहाल स्पष्ट बहुमत तो नहीं मिला है, लेकिन वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। 48 फीसद वोटों की गिनती होने तक उसने 120 सीटें जीत ली थीं या बढ़त बनाए हुए थी, जबकि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की सजा काट रहे नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन 61 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। बिलावल भुट्टो की अगुआई वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 40 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है। पीएमएल-एन और पीपीपी ने चुनावों में धांधली के आरोप लगाए हैं। इन दलों ने कहा कि उनके पोलिंग एजेंटों को मतों की गिनती को सत्यापित करने नहीं दिया गया।
पाकिस्तान में नई सरकार चुनने के लिए बुधवार को नेशनल असेंबली यानी संसद की 272 सीटों के लिए मतदान हुआ था। इसके तुरंत बाद वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पारंपरिक धार्मिक पार्टियों के गठबंधन मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमए) और मुहाजिरों की पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के खाते में आठ-आठ सीटें जाती दिख रही हैं।
शाहबाज ने नतीजों को ठुकराया
अपने बड़े भाई नवाज शरीफ के जेल में होने की वजह से प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद कर रहे पीएमएल-एन अध्यक्ष शाहबाज शरीफ को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने चुनाव नतीजों को मानने से इन्कार करते हुए आरोप लगाया कि सेना के जवानों ने मतगणना केंद्रों से पार्टियों के एजेंटों को बाहर निकाल दिया।
नहीं मिली कोई शिकायत: चुनाव आयोग
मुख्य चुनाव आयुक्त मुहम्मद रजा खान ने आरोपों पर कहा कि चुनाव निष्पक्ष हैं। हमें कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर किसी के पास सबूत है तो हम कार्रवाई जरूर करेंगे।
बहुमत का जादुई आंकड़ा
- 342 सीटें हैं पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली
- 272 सीटों पर कराया जाता है प्रत्यक्ष चुनाव
- बहुमत के लिए 137 सीटें पाना जरूरी
- 60 सीटें महिलाओं और 10 धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित। इनका अप्रत्यक्ष निर्वाचन होता है।
- इन सीटों का आवंटन चुनाव में दलों को मिलने वाले वोटिंग फीसद के आधार पर होता है।