MML आतंकी संगठन घोषित, US के इस फैसले का सईद ने उड़ाया मजाक
मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने जेयूडी की पार्टी 'मिल्ली मुस्लिम लीग' को विदेशी आतंकी संगठन करार देने वाले अमेरिका के फैसले का मजाक उड़ाया है।
लाहौर (प्रेट्र)। मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने शनिवार को जमात उद दवा (जेयूडी) के राजनीतिक दल मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) को विदेशी आतंकी संगठन करार दिए जाने वाले अमेरिका के फैसले का मज़ाक उड़ाया, और कहा कि इस कदम ने पार्टी की विश्वसनीयता को साबित कर दिया है।
आतंकी संगठन है मिल्ली मुस्लिम लीग: यूएस
हाफिज सईद की राजनीतिक पारी पर रोक लगाने के लिए अमेरिका ने मंगलवार को 'मिल्ली मुस्लिम लीग' (एमएमएल) को आतंकी संगठन घोषित कर दिया। उधर पाकिस्तान में एमएमएल को एक राजनीतिक दल के रूप में मान्यता देने की कवायद चल रही है। 'मिल्ली मुस्लिम लीग' को अमेरिका की ओर से आतंकी संगठन घोषित करने के बाद अब हाफिज के सामने अपनी पार्टी को पाकिस्तान चुनाव आयोग से रजिस्टर करने में दिक्कत आ सकती है। बता दें कि पाकिस्तान में इसी साल आम चुनाव होने हैं।
रैली में सईद ने उड़ाया ट्रंप सरकार का मजाक
शुक्रवार को एक रैली में हाफिज सईद ने ट्रंप सरकार का मजाक उड़ाया। हाफिज ने कहा, ‘अमेरिका ने जिस पार्टी को आतंकी संगठन घोषित किया है। वो दरअसल, प्रमाणित पार्टी है।‘ हाफिज ने कहा कि अमेरिका ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वह जानता है कि मिल्ली मुस्लिम लीग से उसकी दोस्ती नहीं हो सकती। इस दौरान मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने कश्मीर का राग भी अलापा और लोगों को इसके लिए उकसाया। शुक्रवार को हाफिज सईद ने इस्लामाबाद और कराची के कई इलाकों में रैली की। रैली में भारत विरोधी नारे लगाए गए।
अलापा कश्मीर राग
हाफिज ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी का जिक्र भी किया। उसने कहा कि पाक के पीएम को अपना पूरा कार्यकाल 'कश्मीर मुद्दे' के लिए समर्पित कर देना चाहिए। ऐसा करने पर अमेरिका बेशक आपका नाम वफादारों की सूची से हटा देगा, लेकिन ये आपके सम्मान का मसला है। साथ ही उसने ‘कश्मीर में भारत के अत्याचार’ पर अब्बासी से अपने कैबिनेट के साथ यूएन कार्यालय के बाहर धरना देने को कहा।
वैश्विक आतंकी घोषित किया जा चुका है हाफिज
बता दें कि हाफिज ने 23 मार्च को एमएमएल का घोषणा पत्र जारी किया था। मिल्ली मुस्लिम लीग को एक राजनीतिक पार्टी के रूप में मान्यता देने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने भी रास्ता साफ कर दिया था। लश्कर-ए-तैयबा का गठन 1980 के दशक में हुआ था। वह 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है। इसके मुखिया हाफिज सईद को भी वैश्विक आतंकी घोषित किया गया था।