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Pakistan News: पाकिस्तानी सेना के साथ पीटीआई के रिश्ते बिगड़े, सोशल मीडिया से पैदा हुई खटास

Pakistan News तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के इन दिनों सेना के साथ संबंध खराब हो गए हैं। हालांकि पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान की ओर से शुक्रवार को शहीद लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली के परिवार से मिलने और शोक संवेदना व्यक्त करना अच्छा माना जा रहा है।

By Ashisha Singh RajputEdited By: Published: Sun, 07 Aug 2022 05:59 PM (IST)Updated: Sun, 07 Aug 2022 05:59 PM (IST)
इस गंदे अभियान में पार्टी नेतृत्व की कोई भूमिका नहीं देखी गई है।

इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सेना के साथ संबंध खराब हो गए हैं। दोनों के बीच खासकर हाल के दिनों में ज्यादा खटास पैदा हुई है। पीटीआई के कुछ शीर्ष नेता, जो सेना के संपर्क में हैं, पार्टी के सोशल मीडिया द्वारा सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटना जिसमें कोर कमांडर क्वेटा सहित छह सैनिक मारे गए, उसके बारे में एक नकारात्मक अभियान चलाने के बाद, उन्हें सेना की ओर से कुछ गुस्से वाले कॉल आए।

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सेना के लिए नफरत भरे ट्वीट पर मचा बवाल

सेना के लिए नफरत भरे ट्वीट पीटीआई के नेता के साथ साझा किए जाने के बाद, यह पूरा बवाल शुरू हुआ। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कहा गया, 'इन अकाउंट्स का पीटीआई की आधिकारिक टीम से कोई लेना-देना नहीं है, हम नफरत फैलाने वाले अकाउंट्स के बारे में जीरो टॉलरेंस रखते हैं। विभाजन पैदा करने के लिए राष्ट्रीय त्रासदियों के लिए जीरो टॉलरेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे खातों को पीटीआई के अधिकारियों द्वारा अवरुद्ध (block) कर दिया जाएगा।'

इसके बावजूद उनमें से कुछ पीटीआई के अनुयायी हैं जो सेना विरोधी ट्वीट्स जारी रखे हुए हैं। जबकि इस गंदे अभियान में पार्टी नेतृत्व की कोई भूमिका नहीं देखी गई है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, यह भी कहा जाता है कि पीटीआई नेतृत्व की ओर से ऐसे सोशल मीडिया अभियानों की कोई निंदा नहीं की गई है, जिनमें से अधिकांश वास्तव में ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं।

हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम में पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान की ओर से शुक्रवार को शहीद लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली के परिवार से मिलने और शोक संवेदना व्यक्त करना अच्छा रहा। आपको मालूम हो कि इमरान खान को अपने करीबी दोस्तों की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए अंतिम संस्कार में शामिल होने या शोक संतप्त परिवारों के पास जाने के लिए शायद ही कभी देखा जाता है।


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