'भारत चाहता है, पाकिस्तान में बने कमजोर सरकार'
PTI प्रमुख इमरान खान का शरीफ पर आरोप, भारत के हितों की रक्षा और आम चुनावों की विश्वसनीया को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
कराची (पीटीआइ)। पाकिस्तान के चुनाव में भारत का नाम मुख्य एजेंडे के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई भारत का नाम जपते दिखे और अब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चेयरमैन इमरान खान भी भारत का नाम लेते नजर आए हैं। उन्होंने जेल में बंद नवाज शरीफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत के हितों की रक्षा और 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
'चुनावों की विश्वसनीयता को चोट पहुंचाने का खेल'
कराची में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए क्रिकेटर से राजनेता बने 65 वर्षीय इमरान ने दावा किया कि आम चुनावों की विश्वसनीयता को चोट पहुंचाने के लिए बड़ा खेल खेला जा रहा है। इस पड्यंत्र के पीछे शरीफ और अन्य लोग हैं। उन्होंने कहा कि अब जब वे जानते है कि चुनाव में उनकी पार्टी (पीएमएल-एन) को हार का सामना करना पड़ रहा है, तो वे कह रहे है कि चुनाव में धांधली हो रही है। उन्होंने कहा, 'यहां तक कि भारतीय मीडिया भी चुनाव में गड़बड़ी की खबरें चला रही है। यह पाकिस्तान के खिलाफ बहुत बड़ा षड्यंत्र है।
'शरीफ ने आर्मी को हमेशा बदनाम किया'
इमरान ने आरोप लगाया कि शरीफ (जो भ्रष्टाचार के मामले में रावलपिंडी की अदियाला जेल में 10 साल की जेल की सजा काट रहे हैं) ने हमेशा पाकिस्तान की आर्मी और संस्थानों को बदनाम करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'उन्होंने डॉन लीक के माध्यम से ऐसा करने की कोशिश की और फिर दावा किया कि पाकिस्तानी प्रतिष्ठान मुंबई आतंकवादी हमलों के पीछे था।'
'भारत चाहता है, पाकिस्तान में बने कमजोर सरकार'
उन्होंने दावा किया कि भारत सहित अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठान पाकिस्तान में कमजोर सरकार चाहता है। उन्होंने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय संस्थान जो चुनावों के बारे में संदेह पैदा कर रहे हैं, एक कमजोर सरकार चाहते हैं जिसे रोबोट की तरह नियंत्रित किया जा सके। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि पाकिस्तान के लोग सच्चा लोकतंत्र चाहते हैं और चुनाव में बदलाव की हवा देखी जाएगी।'
बता दें कि यह चुनाव से पहले कराची में इमरान खान की आखिरी चुनाव रैली थी। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के मामले में 68 वर्षीय नवाज शरीफ को 10 साल की जेल की सजा मिला है, जबकि मरयन नवाज (44) को 7 सात साल की सजा मिली है। दोनों इस वक्त रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।