कश्मीर मसले पर पाकिस्तान को करारी शिकस्त, सुरक्षा परिषद ने कहा- इस मुद्दे पर नहीं होगी चर्चा
Security Council on Kashmir Issue कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तान को सुरक्षा परिषद से करारा झटका लगा है। उसने कहा है कि वह इस महीने कश्मीर मसले पर चर्चा नहीं करेगी।
संयुक्त राष्ट्र, पीटीआइ। Security Council on Kashmir Issue कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तान को सुरक्षा परिषद से करारा झटका लगा है। सुरक्षा परिषद ने कहा है कि वह इस महीने कश्मीर मसले पर चर्चा नहीं करेगी। संरा में ब्रिटेन की स्थायी प्रतिनिधि और सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष केरन पीयर्स ने कहा कि दुनिया में और भी कई गंभीर मुद्दे हैं जिनपर चर्चा हो सकती है। सनद रहे पाकिस्तान बार बार कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के मसले को उठाने की बात करता रहा है।
पीयर्स ने ब्रिटेन की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालने के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में साफ कर दिया कि कश्मीर के मसले पर परिषद के पास कुछ भी पूर्व निर्धारित नहीं है। दुनिया में कई गंभीर मसले हैं। हर महीने हम उनमें से कुछ को चुनते हैं। ये मुद्दे सुरक्षा परिषद के कामकाज में पहले से सूचीबद्ध नहीं होते हैं। हमने कश्मीर मसले को नहीं चुना है। सुरक्षा परिषद ने हाल में इस पर मसले पर बात की थी।
संयुक्त राष्ट्र की 15 सदस्यीय इस संस्था की अध्यक्ष केरन पीयर्स (Karen Pierce) से एक सीरियाई पत्रकार ने पूछा था कि क्या ब्रिटेन के परिषद की अध्यक्षता के दौरान (नवंबर में) कश्मीर मसले पर कोई बैठक या चर्चा निर्धारित है? इस सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि सुरक्षा परिषद के किसी भी सदस्य ने इस मामले में बैठक बुलाने की बात नहीं कही है।
दरअसल, कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तानी हुक्मरानों में भारी बौखलाहट है। पाकिस्तानी फौज आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए बार बार सीमा पर सीजफायर तोड़ रही है। भारतीय सेना की मुस्तैदी के कारण वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो रहा है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के इस बयान से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के मंसूबे चकनाचूर होते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि पाकिस्तान और चीन ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मसले पर बैठक बुलाए जाने की मांग की थी जिसके बाद सुरक्षा परिषद ने अगस्त में इस पर बंद कमरे में चर्चा की थी। हालांकि यह चर्चा बिना किसी नतीजे या बयान के खत्म हो गई थी। परिषद के अधिकतर सदस्यों ने इसे भारत और पाकिस्तान का अंदरूनी और द्विपक्षीय मसला बताया था। भारत ने यह भी साफ कर दिया था कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है इसमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की गुंजाइश नहीं है।