POK Earthquake: जब 7.6 तीव्रता वाले भूकंप ने ली थी 80,000 से ज्यादा लोगों की जान, याद है 8 oct 2005?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार भूकंप में 19000 बच्चों की मौत हुई थी। ज्यादातर बच्चे स्कूलों के ढहने के कारण जान गंवा बैठे थे।
इस्लामाबाद, एजेंसी। 5.8 तीव्रता से आए भूकंप ने मंगलवार को पाकिस्तान में भारी तबाही मचाई है। AFP के अनुसार 19 लोगों की मौत हो गई और कई 100 आदमी घायल बताए गए। मंगलवार शाम 4.33 बजे आए इस भूकंप के झटके भारत में भी महसूस किए गए, लेकिन इस दौरान भारत से कोई बुरी खबर सामने नहीं आई। हालांकि, यहां देखने वाली बात यह है कि आज यानी 24 सितंबर को आए 5.8 तीव्रता के भूकंप ने जब इतनी तबाही मचाई है तो 8 अक्टूबर 2005 को आए 7.6 तीव्रता के भूकंप ने क्या किया होगा?
7.6 तीव्रता का भूकंप बना था काल
8 अक्टूबर 2005 को पाकिस्तान मानक समय अनुसार 08:50:39 पर गुलाम कश्मीर में भूकंप आया। यह कोई हल्का भूकंप नहीं था। इसने आसपास के देशों में भी अपना प्रभाव छोड़ा था। यह मुजफ्फराबाद शहर के पास केंद्रित था और इसने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और जम्मू-कश्मीर को भी प्रभावित किया था। यह 7.6 की तीव्रता वाला बड़ा भूकंप था। इसमें जितने लोगों की जान गई, उसकी कल्पना भी डरावनी है।
भूकंप का आसपास के देशों में भी प्रभाव था। इसके झटके अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान और चीनी झिंजियांग में भी महसूस किए गए। कश्मीर में, तीन मुख्य जिले बुरी तरह से प्रभावित हुए थे। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तान के कब्जे वाले राज्य की राजधानी मुजफ्फराबाद में हुआ। यहां के लोग सबसे ज्यादा मारे गए, एक विनाशकारी मंजर था यहां। अस्पताल, स्कूल सब खत्म हो गए थे और उस वक्त पुलिस को भी भारी क्षति का सामना करना पड़ा था। किसी प्रकार की कोई मदद नहीं हो पा रही थी। सब खत्म लग रहा था।
कोई बुनियादी ढांचा नहीं बचा था और संचार बुरी तरह प्रभावित हुआ था। मुजफ्फराबाद में सबसे ज्यादा 70% तक लोगों की जान गई थी। वहीं, दूसरे सबसे अधिक प्रभावित होने वाला जिला बाग था, जहां कुल मरने वालो में 15% लोगों की जान गई थी।
पाकिस्तानी सरकार ने बताया कितने लोगों की गई जान?
आधिकारिक तौर पर नवंबर 2005 तक पाकिस्तानी सरकार के आंकड़े काफी गंभीर थे, बताया गया था कि इस भूकंप के कारण 87,350 लोगों ने अपना जान गंवाई थी। हालांकि यह अनुमान लगाया गया था कि मरने वालों की संख्या 100,000 से अधिक हो सकती है। लगभग 138,000 घायल हुए और 3.5 मिलियन से अधिक बेघर हुए।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भूकंप में 19,000 बच्चों की मौत हुई थी। ज्यादातर बच्चे स्कूलों के ढहने के कारण जान गंवा बैठे थे। भूकंप से 500,000 से अधिक परिवार प्रभावित हुए। इसमें कई लाख जानवर भी अपनी जान गंवा बैठे थे।