पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ गंभीर बीमारी से पीड़ित, अस्पताल में भर्ती
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को दुबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक वह किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को दुबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक वह किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। इसके चलते उनका नर्वस सिस्टम कमजोर हो गया है। मुशर्रफ की पार्टी ने बताया कि उनका इलाज पहले से ही चल रहा था, लेकिन उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद शनिवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
75 साल के मुशर्रफ मार्च 2016 से ही दुबई में रह रहे हैं। उनके उपर 2007 में संविधान को भंग करने का आरोप लगा था, जिसमें उन्हें साल 2014 में दोषी ठहराया गया था। इसके बाद से वह सुरक्षा और स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए दुबई में ही रह रहे हैं।
ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के महासचिव मेहरिन अदम मलिक ने रविवार को कहा कि अचानक तबियत बिगड़ने के बाद शनिवार रात मुशर्रफ को अस्पताल ले जाया गया। पार्टी के ओवरसीज़ प्रेसिडेंट अफजल सिद्दीकी ने बताया कि मुशर्रफ को एमाइलॉइडोसिस (amyloidosis) से पीड़ित हैं। वह लंबे समय से इस बीमारी का इलाज करा रहे हैं।
पार्टी के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति को डॉक्टरों ने पूर्ण रूप से ठीक होने तक आराम करने की सलाह दी है। बता दें कि सिद्दीकी ने पिछले साल अक्टूबर में मुशर्रफ की बीमारी के बारे में जानकारी दी थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति की बीमारी ने उनका नर्वस सिस्टम कमजोर हो गया है। उस समय लंदन में उनका इलाज चल रहा था। एमाइलॉइडोसिस के चलते प्रोटीन शरीर के विभिन्न अंगों में जमा होने लगता है। सिद्दीकी ने कहा कि इसके चलते परवेज मुशर्रफ को खड़े होने और चलने में कठिनाई होती है। सिद्दीकी ने कहा कि मुशर्रफ का इलाज पांच या छह महीने तक जारी रह सकता है। पूरी तरह ठीक होने पर ही मुशर्रफ पाकिस्तान लौटेंगे ।
अमाइलॉइडोसिस (amyloidosis) क्या है
अमाइलॉइडोसिस (amyloidosis) एक दुर्लभ बीमारी है जो तब होती है जब एमाइलॉयड नामक पदार्थ आपके अंगों में बनने लगता है। अमाइलॉइड एक असामान्य प्रोटीन है जो बोन मैरो में उत्पन्न होता है और यह किसी भी अंग में जमा हो सकता है। अमाइलॉइड एक असामान्य प्रोटीन है जो बोन मैरो में उत्पन्न होता है और यह किसी भी अंग में जमा हो सकता है। इससे ज्यादातर हृदय, गुर्दा, नर्वस सिस्टम और पाचन तंत्र प्रभावित होता है।