जानें, पाकिस्तान के किस कदम से सरहद पर बढ़ा तनाव, आमने-सामने हुई सेनाएं
पाकिस्तानी हुकूमत ने सरहद पर अपनी सेना को खुली छूट दी है। पाक सरकार के इस कदम से एक बार फिर उसका दोहरा चरित्र उजागर हुआ है।
By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 10:03 AM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 07:51 AM (IST)
इस्लामाबाद। कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत-पाक सीमा पर पाक सेना को व्यापक अधिकार दिए हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पाक सेना को निर्णायक और किसी भी भारतीय हमले का जवाब देने के लिए अधिकृत किया है। खान ने गुरुवार को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के बाद जारी एक बयान में इस आदेश की घोषणा की। उनके इस बयान के बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव बढ़ गया है।
उजागर हुआ पाकिस्तान को दोहरा चरित्र
खान का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद एहतियात के तौर पर पाकिस्तानी सीमा पर अपनी सेना को हाई अलर्ट किया है और किसी भी आतंकी कार्रवाई का मुंह तोड़ जबाव देने के लिए अधिकृत किया है। इसकी प्रतिक्रिया में पाकिस्तानी हुकूमत ने सरहद पर अपनी सेना को खुली छूट दी है। पाक सरकार के इस कदम से एक बार फिर उसका दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। सरहद पर सेना को व्यापक अधिकार दिए जाने के बाद पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान का किसी तरह से हाथ नहीं है। वह इस आतंकी कार्रवाई का हिस्सा नहीं है। अतंरराष्ट्रीय जगत में अपनी छवि को ठीक करने के लिए उसने भारत को आतंकी हमले की जांच में मदद करने की पेशकश की है। पाक ने एक बार फिर अपने पुराने राग को अलापते हुए कहा है कि यदि जांच में आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तानी जमीन के उपयोग की बात सही पाई गई तो वह संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
पाकिस्तानी सेना सरहद के गांवों को किया अलर्ट
पाकिस्तानी सेना ने सरहद से सटे गांवों को अलर्ट किया है। एलओसी से सटे कई गांवों को खाली करने का भी आदेश दिया गया है। इसके साथ ही खाली पड़े बंकरों को साफ किया जा रहा है। सेना ने ग्रामीणें को एलओसी के करीब सड़कों पर जाने से मना किया है। पाक सेना ने ग्रामीणों से कहा है कि सूर्यास्त के बाद घरों से नहीं निकले। इसके अलावा ग्रामीणों से अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। साथ ही यह भी कहा है कि सरहद पर कोई हलचल की सूचना तत्तकाल दें।
अमेरिका ने दी पाक को हिदायत
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को हिदायत देते हुए कहा था कि पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद का हमला एक भयानक स्थिति की ओर इशारा करता है। इस हमले में 40 भारतीय अर्धसैनिक बल के जवान मारे गए।' ट्रंप ने आगे कहा कि 'हमें इस पर लगातार रिपोर्ट मिल रही है, हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।' राज्य के सचिव माइक पोम्पेओ, बोल्टन और व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अपने अलग-अलग बयानों में पाकिस्तान को आतंकी संगठन जैश और उसके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने और आतंकवादी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने को कहा है।
अफगानिस्तान ने भी पाक के दोेहरे चरित्र पर उठाए सवाल
पाकिस्तानी राजदूत ज़ाहिद नसरुल्लाह के साथ बैठक के बाद जारी एक बयान में अफगान विदेश मंत्रालय ने कहा कि आतंकी हमला और शांति प्रक्रिया दोनों पाकिस्तान की प्रतिबद्धताओं के साथ विरोधाभास है। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस्लामाबाद ने अपनी धरती पर सक्रिय आतंकवादियों को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं। उधर, पाकिस्तान अधिकारियों ने हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। बता दें कि पाक राजदूत नसरुल्ला ने मंगलवार को कहा था कि इस हमले के जवाब में भारत द्वारा किया गया कोई भी हमला इस पूरे क्षेत्र की स्थिरता को प्रभावित करेगा।
उजागर हुआ पाकिस्तान को दोहरा चरित्र
खान का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद एहतियात के तौर पर पाकिस्तानी सीमा पर अपनी सेना को हाई अलर्ट किया है और किसी भी आतंकी कार्रवाई का मुंह तोड़ जबाव देने के लिए अधिकृत किया है। इसकी प्रतिक्रिया में पाकिस्तानी हुकूमत ने सरहद पर अपनी सेना को खुली छूट दी है। पाक सरकार के इस कदम से एक बार फिर उसका दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। सरहद पर सेना को व्यापक अधिकार दिए जाने के बाद पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान का किसी तरह से हाथ नहीं है। वह इस आतंकी कार्रवाई का हिस्सा नहीं है। अतंरराष्ट्रीय जगत में अपनी छवि को ठीक करने के लिए उसने भारत को आतंकी हमले की जांच में मदद करने की पेशकश की है। पाक ने एक बार फिर अपने पुराने राग को अलापते हुए कहा है कि यदि जांच में आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तानी जमीन के उपयोग की बात सही पाई गई तो वह संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
पाकिस्तानी सेना सरहद के गांवों को किया अलर्ट
पाकिस्तानी सेना ने सरहद से सटे गांवों को अलर्ट किया है। एलओसी से सटे कई गांवों को खाली करने का भी आदेश दिया गया है। इसके साथ ही खाली पड़े बंकरों को साफ किया जा रहा है। सेना ने ग्रामीणें को एलओसी के करीब सड़कों पर जाने से मना किया है। पाक सेना ने ग्रामीणों से कहा है कि सूर्यास्त के बाद घरों से नहीं निकले। इसके अलावा ग्रामीणों से अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। साथ ही यह भी कहा है कि सरहद पर कोई हलचल की सूचना तत्तकाल दें।
अमेरिका ने दी पाक को हिदायत
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को हिदायत देते हुए कहा था कि पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद का हमला एक भयानक स्थिति की ओर इशारा करता है। इस हमले में 40 भारतीय अर्धसैनिक बल के जवान मारे गए।' ट्रंप ने आगे कहा कि 'हमें इस पर लगातार रिपोर्ट मिल रही है, हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।' राज्य के सचिव माइक पोम्पेओ, बोल्टन और व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अपने अलग-अलग बयानों में पाकिस्तान को आतंकी संगठन जैश और उसके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने और आतंकवादी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने को कहा है।
अफगानिस्तान ने भी पाक के दोेहरे चरित्र पर उठाए सवाल
पाकिस्तानी राजदूत ज़ाहिद नसरुल्लाह के साथ बैठक के बाद जारी एक बयान में अफगान विदेश मंत्रालय ने कहा कि आतंकी हमला और शांति प्रक्रिया दोनों पाकिस्तान की प्रतिबद्धताओं के साथ विरोधाभास है। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस्लामाबाद ने अपनी धरती पर सक्रिय आतंकवादियों को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं। उधर, पाकिस्तान अधिकारियों ने हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। बता दें कि पाक राजदूत नसरुल्ला ने मंगलवार को कहा था कि इस हमले के जवाब में भारत द्वारा किया गया कोई भी हमला इस पूरे क्षेत्र की स्थिरता को प्रभावित करेगा।
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