अगले सप्ताह OIC विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा पाकिस्तान, विपक्ष ने दी शिखर सम्मेलन को बाधित करने की धमकी
पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने सोमवार को राष्ट्रीय सभा में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं करने पर निचले सदन में हंगामा करने और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के शिखर सम्मेलन को बाधित करने की धमकी दी है ।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पार्टी और इमरान खान पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पार्टी के सांसद तितर-बितर हुए पड़े हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं। देश में चल रही राजनीतिक अशांति के बीच, पाकिस्तान 22 और 23 मार्च को इस्लामाबाद में, इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की परिषद की दो दिवसीय बैठक की मेजबानी करने जा रहा है। जियो न्यूज ने बताया कि OIC-CFM का 48वां शिखर सम्मेलन का विषय 'एकता, न्याय और विकास के लिए साझेदारी बनाना' के तहत आयोजित किया जाएगा।
इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने कहा
एक बयान में, इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने कहा कि सत्र कई विषयों और ओआईसी जनरल सचिवालय की गतिविधियों को संबोधित करेगा। OIC ने कहा, 'संबोधन में इस्लामी दुनिया में विभिन्न मुद्दों पर अपनाए गए प्रस्तावों को लागू करने पर, जिसमें फिलिस्तीन और अल-कुद्स के मुद्दे शामिल हैं, उस पर बात होगी।' इस बात की जानकारी एक पाकिस्तानी अखबार द्वारा दी गई। साथ ही जियो न्यूज ने बताया कि OIC के बयान में कहा गया है कि शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर भी चर्चा होगी।
इसके अलावा, पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रीय सभा में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं करने पर निचले सदन में हंगामा करने और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के शिखर सम्मेलन को बाधित करने की धमकी दी है। दरअसल विपक्षी दलों ने इमरान खान को हटाने के लिए संसद में अविश्वास प्रस्ताव की मांग की है।
आपको बता दें कि यदि विपक्ष धरना प्रदर्शन पर उतरता है तो उस दिन होने वाले दो दिवसीय इस्लामिक सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में यकीनन बाधा उत्पन्न होगी। डान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने शनिवार को कहा कि उन्हें एनए अध्यक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में संविधान, कानून और सदन के नियमों के खिलाफ जाने के इरादे की खबरें मिल रही थीं।
वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से पहले पाकिस्तान राजनीतिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है, यही नहीं पाकिस्तान की सत्ता अस्त-व्यस्त हो गई है। क्योंकि उसकी पार्टी के दर्जनों सदस्यों ने सत्ताधारी पार्टी से नाता तोड़ लिया है।