हाफिज सईद की पार्टी पर लगाई जाए रोक, पाक सरकार ने चुनाव आयोग से की मांग
हाफिज सईद ने मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) नामक पार्टी का गठन कर रजिस्ट्रेशन के लिए आयोग में अर्जी दी है।
इस्लामाबाद, प्रेट्र : पाकिस्तान सरकार ने देश के चुनाव आयोग से मुंबई आतंकी हमले के गुनाहगार हाफिज सईद की पार्टी को प्रतिबंधित करने की मांग की है। हाफिज सईद ने मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) नामक पार्टी का गठन कर रजिस्ट्रेशन के लिए आयोग में अर्जी दी है। उसकी इस पार्टी के सहारे पाकिस्तान की राजनीति में अपना प्रभुत्व हासिल करने की मंशा है।
हाफिज सईद की इसी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को भांपते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि एमएमएल को राजनीतिक पार्टी के रूप में मान्यता नहीं दी जाए। उस पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसके पीछे दलील दी गई है कि एमएमएल का संबंध लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा जैसे आतंकी संगठनों से है। मुंबई 2008 आतंकी हमले का मास्टरमाइंड होने के कारण हाफिज सईद पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 65 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित है। मुंबई हमले में 160 लोगों की मौत हो गई थी। अमेरिकी सरकार ने उसे वांछित आतंकी घोषित किया हुआ है।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग के प्रवक्ता हारून शिनवारी ने शुक्रवार को बताया कि वे अगले महीने मिल्ली मुस्लिम लीग की स्थिति का आकलन करेंगे। एमएमएल का प्रमुख सैफुल्ला खालिद है। सैफुल्ला हाफिज सईद का दोस्त है। हाफिज आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। हाफिज सईद वर्तमान में पाकिस्तान के पूर्वी शहर लाहौर स्थित घर में नजरबंद है।
मालूम हो, पाकिस्तान में 2018 में होने वाले आम चुनावों में कुछ ही महीने रह गए हैं। ऐसे में वहां मिल्ली मुस्लिम लीग को लेकर चर्चा जोरों पर है। गत 17 सितंबर को लाहौर में एक संसदीय सीट के लिए हुए उपचुनाव में एमएमएल ने एक उम्मीदवार का समर्थन किया था। उस उम्मीदवार को पांच फीसद वोट मिले और वह तीसरे नंबर पर रहा। हालांकि इस सीट से पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज ने आसानी से जीत हासिल करने में सफलता पाई।
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