पाकिस्तान के लाहौर में वायु प्रदूषण के कारण बंद रहे स्कूल, भारत पर मढ़ा आरोप
भारत ही नहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी प्रदूषण को लेकर हालात बिगड़ गए हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर को स्मॉग ने ढक लिया है।
लाहौर, एपी। भारत ही नहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी प्रदूषण को लेकर हालात बिगड़ गए हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर को स्मॉग ने ढक लिया है। हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण लाहौर कुछ घंटों के लिए दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा। इसके चलते गुरुवार को स्कूल बंद रहे। पाकिस्तान ने इसके लिए भारत पर आरोप मढ़ा है।
अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक बुधवार रात लाहौर में पीएम 2.5 का स्तर 580 तक जा पहुंचा। हालांकि, गुरुवार सुबह बारिश और तेज हवा के कारण पीएम 2.5 का स्तर 138 तक गिर गया। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और नजदीकी इलाकों में पराली जलाए जाने के कारण हर साल इस तरह के हालात बनते हैं। शहर में भारी ट्रैफिक, खाना बनाने के लिए खुले में आग जलाना और पिछले कुछ सालों में पेड़ों की कटाई ने हवा की गुणवत्ता को प्रभावित किया है। लाहौर में एक करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं।
भारत में प्रदूषण की रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन लागू किया हुआ है, जिससे प्रदूषण में कुछ कमी देखने को मिली है। वहीं, केंद्र सरकार ने भी कई कड़े कदम उठाए हैं, जिससे पराली जलाने में कमी आई है और दोषियों को दंडित भी किया जा रहा है। मैनपुरी की भोगांव तहसील प्रशासन ने गुरुवार को पराली जलाने वाले चार किसानों पर मुकदमा दर्ज करा दिया है।
बता दें कि बढ़ते प्रदूषण की वजह से नौनिहालों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। 10-12 वर्ष पहले 20 फीसद बच्चों को सूखी खांसी होती थी, जो खतरनाक नहीं था। प्रदूषण का स्तर बढऩे से अब बच्चों को सांस लेने में परेशानी होने लगी है। डॉक्टर के मुताबिक, दो वर्ष से लेकर 10 वर्ष के काफी बच्चे एलर्जी से परेशान हैं। स्थिति यह है कि अभिभावक अब घरों में नेबुलाइजर तक रखने लगे हैं।