पाकिस्तान ने फिर बहाल किए हाफिज सईद के अलावा पांच आतंकी सरगनाओं के बैंक अकाउंट
पाकिस्तान ने 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद समेत जमात उद दावा (JuD) लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े पांच आतंकी सरगनाओं के बैंक अकाउंट फिर से बहाल कर दिया है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान ने 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद समेत जमात उद दावा (JuD) लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े पांच आतंकी सरगनाओं के बैंक अकाउंट फिर से बहाल कर दिया है।समाचार एजेंसी एएनआइ ने पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से जानकारी दी है कि पाकिस्तान द्वारा यह कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)की मंजूरी के बाद यह कदम उठाया गया है।
हाफिज के अलावा अब्दुल सलाम भुट्टवी, हाजी एम अशरफ, याहया मुजाहिद और जफर इकबाल का बैंक अकाउंट फिर से शुरू हो गया है। ये सभी यूएनएससी के सूचीबद्ध आतंकवादी हैं और वर्तमान में पंजाब काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) द्वारा उनके खिलाफ दायर टेरर फाइनेंसिंग के मामलों में लाहौर जेल में 1 से 5 साल तक की सजा का सामना कर रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार इन सभी ने यूएन में फिर से बैंक अकाउंट शुरू करने के लिए अपील की थी, ताकि उनके परिवार का खर्चा चल सके।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार आतंकी संगठन के एक नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि पहले में हम अपील दायर नहीं करना चाहते थे, लेकिन हमें इसे दायर करने की सलाह दी गई क्योंकि हमारे नेताओं के लिए अपना घर चलाना मुश्किल हो रहा था। इसलिए हमने अधिकारियों से संपर्क किया क्योंकि यह हमारे पक्ष में था कि बैंक खातों की बहाली के संदर्भ में हमें जो भी सुविधा मिली है वह कानूनी है और संयुक्त राष्ट्र की मंजूरी के साथ है।
आतंकी सरगनाओं ने वित्तीय आय और कमाई के स्रोतों के बारे में जानकारी दी
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार इन सभी आतंकी सरगनाओं ने पाकिस्तान सरकार से अपने अनुरोध में अपनी वित्तीय आय और कमाई के स्रोतों के बारे में जानकारी दी थी, जिसे उनके बैंक खाता संख्या और अन्य संबंधित विवरणों के साथ यूएनएस को भेजा गया था।
कौन है हाफिज सईद
हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। वह पाकिस्तान में जमात उद दावा नामक संगठन चलाता है। 2008 में मुंबई हमले का वह मास्टमाइंड है। इस हमले में 164 लोग मारे गए थे। इसी हमले के बाद अमेरिका ने हाफिज के सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया था। जानकारी के अनुसार 2006 में मुंबई ट्रेन धमाकों में भी उसका हाथ रहा। वह एनआइए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है। आतंकी सरगना के दोनों संगठनों को भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, रूस और ऑस्ट्रेलिया ने प्रतिबंधित कर रखा है।