पाकिस्तान में फंसे अफगानी नागरिकों को वापस भेजने की तैयारी, 4 दिन के लिए खोलेगा बॉर्डर
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून कि मुताबिक 6 अप्रैल से 9 अप्रैल तक के लिए पाकिस्तान की तरफ से अफगानी नागरिकों के लिए तोरखम और चमन लैंड बॉर्डर खोल देगा।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते देश में फंसे अफगानी नागरिकों को वापस भेजने के लिए पाकिस्तान 4 दिनों के लिए बॉर्डर खोलने का निर्णय लिया है। अफगानिस्तान की विशेष गुजारिश पर पााकिस्तान सरकार ने यह निर्णय लिया है ताकि यहां फंसे लोग अपने देश वापस जा सकें। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक 6 अप्रैल से 9 अप्रैल तक के लिए पाकिस्तान की तरफ से अफगानी नागरिकों के लिए तोरखम और चमन लैंड बॉर्डर खोल देगा।
बता दें कि पाकिस्तान ने इस महीने की शुरूआत में ईरान और अफगानिस्तान से जुड़े इन बॉर्डर को बंद कर दिया था। पाक सरकार ने ईरान में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया था ताकि देश को कोरोना वायरस के फैलने से बचाया जा सके। हालांकि चमन बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से सामान लाने-ले जाने की अनुमति दे दी गई थी। पाकिस्तान में इस वक्त 20 लाख 80 हजार अफगानी शरणार्थी मौजूद हैं।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके अलावा, हजारों अन्य लोग भी हैं जो दोनों देशों के बीच आवागमन करते हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि कई अफगानी, जो व्यापार या अन्य कारणों से पाकिस्तान का दौरा करते थे, देश में कोरोनोवायरस प्रकोप के कारण सीमा बंद होने के कारण यहां फंस गए।
पाकिस्तान में 45 मौते
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 2,880 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय के मुताबिक, यहां अब तक 45 लोगों की जान इस वायरस के कारण जा चुकी है जबकि 130 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। पंजाब में 1,163 मामले, सिंध में 864, खैबर-पखतूनख्वा में 372, गिलगिट-बाल्टीस्तान में 206, इस्लामाबाद में 78, बलुचिस्तान में 185 और पीओके में 12 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है। वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कोरोना वायरस के चलते देश की अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रतिकूल असर से निपटने के लिए 72,750 करोड़ टका के आर्थिक पैकेज की घोषणा की।