एक दिन में दो विस्फोट, पाक सांसदों ने आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी
पाकिस्तान में संसदीय समिति ने प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गृह मंत्रालय से रिपोर्ट तलब की है।
कराची, प्रेट्र। पाकिस्तान में संसदीय समिति ने प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गृह मंत्रालय से रिपोर्ट तलब की है। संसदीय समिति ने बलूचिस्तान प्रांत में अल्पसंख्यक शिया हजारा समुदाय के लोगों की भीड़ में हुए आत्मघाती हमले के एक दिन बाद यह रिपोर्ट मांगी है। हमले में 21 लोग मारे गए थे। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आइएस ने ली है।
पाकिस्तान में सरकार आतंकी और अतिवादी संगठनों पर कार्रवाई का लगातार दावा कर रही है। इसी बीच शुक्रवार को क्वेटा के फल व सब्जी बाजार में और शाम को चमन में विस्फोट हुए। दोनों घटनाओं में कुल 23 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए।
आइएस ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए हमले के समय के फोटो भी जारी किए हैं। इससे जाहिर होता है कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन आइएस का प्रभाव बढ़ रहा है। इसी के बाद संसद की स्थायी समिति ने हमलों को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्रालय से हाल में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है।
अभी तक अधिकारी पाकिस्तान में आइएस की मौजूदगी से इन्कार करते थे। लेकिन अफगानिस्तान के बाद आइएस के आतंकी अब पाकिस्तान में भी हमले कर रहे हैं। एक अन्य आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) ने भी लश्कर-ए-झांगवी के साथ मिलकर ये हमले करने का दावा किया है।
आइएस समेत ये सभी सुन्नी मुसलमानों के आतंकी संगठन हैं। ये पहले भी शिया मुस्लिमों पर घातक हमले करते रहे हैं। समिति के सदस्य और सीनेटर रहमान मलिक ने पाकिस्तान को अस्थिर करने वाले इन हमलों में पड़ोसी देशों का हाथ होने की आशंका जताई है।