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Pakistan Economic Crisis: पाकिस्‍तान की मंत्री बोलीं, श्रीलंका की तरह दीवालिया होने की ओर बढ़ रहा देश, IMF की शर्तों पर बजट बनाने को मजबूर

केंद्रीय जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि पाकिस्तान फिसलन की ढलान पर ट्रेन की तरह बड़ी गति से नीचे की ओर बढ़ रहा था। नई एकता सरकार ने केवल ब्रेक लगाए हैं और कुछ नहीं किया। इसे संकट प्रबंधन कहा जाता है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 23 Jun 2022 07:10 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jun 2022 07:17 PM (IST)
केंद्रीय जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान !

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान की खराब आर्थिक हालत के बीच वहां के केंद्रीय जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान (Sherry Rehman) ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की नीतियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आज हम आइएमएफ के अनुसार बजट बनाने को बाध्य हैं, इसके अलावा देश के पास कोई विकल्प नहीं है। डान अखबार के अनुसार, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में बजट पर चर्चा के दौरान मंत्री रहमान ने कहा कि निश्चित रूप से यह आइएमएफ का बजट है, इसमें कोई संदेह नहीं है।

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शेरी रहमान ने पूर्व पीएम इमरान खान की नीतियों को ठहराया जिम्मेदार

जलवायु परिवर्तन मंत्री के अलावा अन्य मंत्रियों ने भी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी की सरकार और उसके मुखिया पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को वर्तमान आर्थिक हालत के लिए जिम्मेदार ठहराया। शेरी रहमान ने यह आरोप लगाते हुए पूछा कि अगर यह आईएमएफ बजट है, तो हमें आईएमएफ के साथ किसने जोड़ा है? पीटीआई सरकार ने अपने चार साल के शासन के दौरान देश को दीवालिया होने की ओर ले गए। उन्होंने आगे कहा कि पीटीआई अपनी अर्थव्यवस्था को वेंटिलेटर पर छोड़ने के बाद भी देश में अराजकता पैदा करने का इंतजार कर रही थी।

मंत्री ने इमरान खान को गद्दी से हटाने के बाद अपनी पार्टी के सरकार बनाने के फैसले को सही ठहराया यह जानते हुए भी कि उन्हें अगले आम चुनावों के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है और उन्‍होंने चेतावनी दी कि नहीं तो देश श्रीलंका की तरह दीवालिया होने की ओर आगे बढ़ रहा है।

रहमान ने कहा कि पाकिस्तान फिसलन की ढलान पर ट्रेन की तरह बड़ी गति से नीचे की ओर बढ़ रहा था। नई एकता सरकार ने केवल ब्रेक लगाए हैं और कुछ नहीं किया। इसे संकट प्रबंधन कहा जाता है। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार लोगों पर कोई बोझ नहीं डालना चाहती। साथ ही उन्होंने सदन से कहा कि देश को कुछ और कड़े फैसले लेने होंगे।

डान के अनुसार, रहमान ने दावा किया कि पीटीआई सरकार ने नई सरकार को सबसे खराब आईएमएफ समझौते से जोड़ा और फिर उसका उल्लंघन किया, जिससे देश पूरी बहुपक्षीय वित्तीय प्रणाली के संपर्क में आ गया।

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से अर्थव्यवस्था के चरमराने के बाद भी खासकर अब वे देश में राजनीतिक अस्थिरता की आग को भड़काना जारी रखे हुए हैं, जो पाकिस्तान के लिए बेहद खतरनाक है। जब वे (PTI Government) सत्ता में आए तो उन्होंने कहा कि वे भ्रष्टाचार को खत्म कर देंगे। इसके बजाय पाकिस्तान अब 117 वें स्थान से ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल करप्शन इंडेक्स में 140 वें स्थान पर है। हम उन विदेशी उपहारों को न भूलें जो इमरान खान ने केवल उन्हें विदेशों में बेचने के लिए भारी छूट पर खरीदे थे।

रहमान ने कहा, पीटीआई सरकार ने आईएमएफ के साथ वादे किए, ऋण लिया और अस्थिर कार्यक्रमों पर पैसा खर्च किया। मंत्री ने कहा कि पीटीआई ने हमारे लिए जहर का प्याला छोड़ा है, लेकिन जैसा कि पिछले दो महीनों में हुआ है, यह सरकार कठिन फैसले लेगी, हमारे स्थिर होने से पहले हमारे सामने और कठिन समय होगा। उन्होंने कहा कि 70 वर्षों में विभिन्न सरकारों ने लगभग 23 आईएमएफ कार्यक्रमों पर बातचीत की, लेकिन हमेशा आम आदमी पर न्यूनतम बोझ डालने की कोशिश की।

-कर्ज के जाल में जकड़ा पाक आखिर कैसे इस चक्र से निकलेगा: अयाज

पाकिस्तान के स्तंभकार अयाज आमिर ने पाकिस्तानी शासकों पर सवाल उठाते लिखा है, 'मैं देश के अक्षम और विफल शासकों से पूछना चाहता हूं कि आखिर वे वर्तमान आर्थिक समस्याओं से देश को कैसे उबारेंगे, जब सरकार पिछला कर्ज चुकाने के लिए अगले कर्ज के जाल में फंसती जा रही है। पाकिस्तान के स्थानीय दुनिया डेली के लिए लिखने वाले अयाज ने अपने कालम में लिखा, ये चक्र कभी समाप्त होने वाला नहीं है। आज सरकार इस हालत में पहुंच गई है कि कोई कर्ज देने को तैयार नहीं है। इस बीच, चीन पाकिस्तान में अपने कर्ज और अन्य निवेश को लेकर कड़ी सौदेबाजी कर चुका है।


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