पाकिस्तानी मंत्री की मांग, जलियांवाला बाग और बंगाल के अकाल पर माफी मांगे ब्रिटेन
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने जलियांवाला बाग नरसंहार कांड के लिए ब्रिटेन सरकार से माफी मांगने को कहा है।
लाहौर, प्रेट्र/आइएएनएस। भारत और पाकिस्तान के साझा इतिहास का हिस्सा रहे जलियांवाला बाग नरसंहार कांड और बंगाल के अकाल के लिए माफी मांगे जाने की आवाज गुरुवार को पाकिस्तान से उठी। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने नरसंहार के सौ साल पूरे होने पर अमृतसर में बैसाखी के दिन हुए नरसंहार के लिए ब्रिटेन सरकार से माफी मांगने को कहा। चौधरी ने ब्रिटेन की महारानी के मुकुट पर लगे कोहिनूर हीरे को पाकिस्तान को दिए जाने की मांग की। ब्रिटिश राज में लाहौर संग्रहालय से इसे ब्रिटेन ले जाया गया था।
फवाद चौधरी ने अपने ट्वीट में लिखा- जलियांवाला बाग नरसंहार कांड और बंगाल के अकाल के लिए ब्रिटेन को पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश से माफी मांगनी चाहिए। जलियांवाला की घटना ब्रिटेन के चेहरे पर बदनुमा दाग सरीखी है। जबकि कोहिनूर हीरे को लाहौर संग्रहालय को वापस किया जाना चाहिए, जहां से इसे ले जाया गया था। पाकिस्तानी मंत्री का बयान ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे के जलियांवाला बाग नरसंहार पर खेद जताने के एक दिन बाद आया है। टेरीजा ने घटना को शर्मनाक धब्बा कहा है। लेकिन उन्होंने घटना पर माफी नहीं मांगी।
उल्लेखनीय है कि जलियांवाला बाग कांड में शांतिपूर्ण सभा कर रहे लोगों पर मुख्य द्वार बंद कर गोलियां बरसाई गईं थीं, तमाम लोग गोलियों से बचने के लिए कुंए में कूद गए थे। घटना में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे और डेढ़ हजार घायल हुए थे। जबकि 1943 में बंगाल और ओडि़शा में पड़े सूखे और उसके बाद फैली महामारी में करीब 30 लाख लोग मारे गए थे। उस समय की ब्रिटिश हुकूमत ने अकाल और बीमारियों से बचाव के लिए कुछ नहीं किया और लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया था। बाद में जब जानकारी सामने आई तो ब्रिटिश सरकार की दुनिया भर में निंदा हुई थी।