कोरोना के नाम पर पाकिस्तान ने फैलाई झोली, संयुक्त राष्ट्र से मांगे साढ़े चार हजार करोड़
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र और इसके साझीदार संगठनों से करीब साढ़े चार हजार करोड़ रुपये की मदद मांगी है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए भी दूसरों के आगे हाथ पसारने शुरू कर दिए हैं। उसने संयुक्त राष्ट्र और इसके साझीदार संगठनों से कोरोना से मुकाबले के लिए तत्काल 59.5 करोड़ डॉलर (करीब साढ़े चार हजार करोड़ रुपये) की मदद मांगी है।
शाह महमूद कुरैशी ने दी जानकारी
डॉन अखबार में शुक्रवार को प्रकाशित खबर के अनुसार, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने गुरुवार को एक वर्चुअल बैठक में बताया कि पाकिस्तान ने स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अपने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय साझीदारों से मदद मांगी है। इस बीच, विदेश विभाग ने बताया कि विश्व बैंक ने महामारी से मुकाबले के लिए पाकिस्तान को फौरी तौर पर 24 करोड़ डॉलर (करीब 1800 करोड़ रुपये) का पैकेज मुहैया कराया है।
आइएमएफ के सामने भी फैलाया था हाथ
अगस्त, 2018 में पाकिस्तान की सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्थिक मदद के लिए कई खाड़ी देशों के साथ चीन की यात्रा की थी। इस मुहिम में उन्हें सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और चीन समेत कई देशों से आर्थिक मदद मिली थी। पाकिस्तान ने बदहाली से उबरने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भी आर्थिक पैकेज की मांग की थी।
मुल्क में 11 हजार से ज्यादा संक्रमित
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मुल्क में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 11 हजार 155 हो गई है। इनमें से 79 फीसद लोग स्थानीय स्तर पर संक्रमण का शिकार हुए हैं। 237 पीडि़तों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से देश के 253 स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित हो चुके हैं।
सिंध की मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर रोक
समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सरकार ने रमजान के दौरान मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी है। प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'सिंध सरकार ने यह निर्णय लिया है कि लोग अपने घरों में ही नमाज पढ़ें। हमारे अस्पतालों में क्षमता से ज्यादा मरीज भर्ती हैं और हम नहीं चाहते कि हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो जाए।'