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जानें- पाकिस्‍तान ने अब किस दवा को दी है इमरजेंसी के तौर पर उपयोग की इजाजत

पाकिस्‍तान ने रूस की कोरोना वायरस की वैक्‍सन स्‍पुतनिक-5 को आपात सेवा के तौर पर इस्‍तेमाल की इजाजत दी है। ये फैसला चीन की तरफ से मिली मामूली खेप के बाद लिया गया है जिसको लेकर पाकिस्‍तान काफी समय से उसकी तरफ देख रहा था।।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 02:36 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 02:36 PM (IST)
जानें- पाकिस्‍तान ने अब किस दवा को दी है इमरजेंसी के तौर पर उपयोग की इजाजत
पाकिस्‍तान आपात स्थिति में करेगा रूसी वैक्‍सीन का इस्‍तेमाल

कराची (एपी)। पाकिस्‍तान ने चीन से मिली कोरोना वायरस की दवा के नाम पर मिली ऊंट के मुंह में जीरा जैसी वैक्‍सीन के बाद अब रूस की स्‍पुतनिक-5 वैक्‍सीन को आपात स्थिति के लिए मंजूरी दी है। इसके साथ ही सरकार ने स्‍थानीय फार्मास्‍युटिकल कंपनी को इसके आयात की मंजूरी दी है। सरकार की तरफ से कहा गया है देश में किसी तीसरी वैक्‍सीन को आपात स्थिति में इस्‍तेमाल की मंजूरी दी गई है।

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ड्रग रेगुलेटरी ऑथरिटी ऑफ पाकिस्‍तान ने रशियन डेवलेपमेंट इंवेस्‍टमेंट फंड के तहत विकसित होने वाली वैक्‍सीन को भी आपात स्थिति के लिए मंजूरी दी है। इससे पहले पाकिस्‍तान की सरकार ने ऑक्‍सफॉर्ड यूनिवर्सिटी-एस्‍ट्रजेनेका की कोविड-19 वैक्‍सीन को मंजूरी दी थी। इसके चार दिन बाद पाकिस्‍तान सरकार ने चीन की कंपनी सिनोफॉर्म द्वारा बनाई गई कोविड-19 वैक्‍सीन को मंजूरी दी थी।

आपको यहां पर ये भी बता दें कि पाकिस्‍तान कोविड-19 वैक्‍सीन के लिए काफी समय से चीन की तरफ ताक रहा था। लेकिन चीन की तरफ से पाकिस्‍तान को दवा देने में हमेशा ही आनाकानी होती रही। अब चीन ने पाकिस्‍तान को महज पांच लाख कोविड-19 वैक्‍सीन की खुराक देकर ऊंट के मुंह में जीरा देने की कोशिश की है। इसके बाद भी पाकिस्‍तान की तरफ से इसको चीन की तरफ से तौहफा करार दिया गया है। ये बयान पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री एसवाई कुरैशी ने दिया है।

पाकिस्‍तान के अखबार द डॉन ने स्‍पुतनिक की वेबसाइट के हवाले से कहा है कि स्‍पुतनिक-5 दुनिया की पहली रजिस्‍टर्ड कोविड-19 वैक्‍सीन है। इस वेबसाइट के मुताबिक ये वैक्‍सीन दुनिया की टॉप-10 वैक्‍सीन में शामिल है। क्‍लीनिकल ट्रायल के बाद इसका उत्‍पादन भारी मात्रा में किया गया हे। इसके मुताबिक इसके ट्रायल में 40 हजार वॉलेंटियर्स शामिल थे। इसके अलावा इसका ट्रायल भारत, यूएई, वेनेजुएला और बेलारूस में भी किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पिछले सप्‍ताह हंगरी ने इसको देशवासियों को लगाने के लिए मंजूर किया है। इस तरह से हंगरी ऐसा करने वाला यूरोप का पहला देश बन गया है। इसके बादयूएई ने भी इसी तरह का फैसला लिया है।

स्‍पुतनिक-5 एक डबल डोज वैक्‍सीन है। इसका अर्थ ये है कि इसकी दो खुराक देनी जरूरी होंगी। यहां पर आपको ये भी बता दें कि भारत ने पाकिस्‍तान को छोड़कर अपने सभी पड़ोसी देशों को कोविड-19 वैक्सीन की सप्‍लाई शुरू कर दी है। इसके अलावा भारत की तरफ से ब्राजील को भी कोविड-19 वैकसीन की 20 लाख खुराक भेजी गई हैं, जिसके बाद वहां के राष्‍ट्रपति ने भारत को धन्‍यवाद कहा है। पाकिस्‍तान की तरफ से वैक्‍सीन को लेकर कोई अपील भारत से नहीं की गई है। वहीं भारत ने भी पाकिस्‍तान की करतूतों के मद्देनजर खुद से इसको पाकिस्‍तान को भेजने की कवायद नहीं की है।


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