पाकिस्तान के फाउंडेशन ने की भगत सिंह को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की मांग, कहा- उनकी बहादुरी को किया जाना चाहिए सम्मानित
भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन ने बुधवार को लाहौर हाई कोर्ट परिसर में भगत सिंह की जयंती मनाई। वकीलों ने इस मौके पर केक काटा और भगत सिंह एवं उनके साथी कामरेड शिवराम हरि राजगुरु और सुखदेव के समर्थन में नारे लगाए।
लाहौर, प्रेट्र: पाकिस्तान के एक फाउंडेशन ने भारत और पाकिस्तान से बलिदानी भगत सिंह को सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने की मांग की है। क्रांतिकारी नेता की 115वीं जयंती मनाते हुए फाउंडेशन ने कहा है कि उपमहाद्वीप की जनता के लिए उनकी बहादुरी और उनके बलिदान को सम्मानित किया जाना चाहिए। ब्रिटिश शासन ने 23 मार्च 1913 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी थी।
मनाई गई भगत सिंह की जयंती
भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन ने बुधवार को लाहौर हाई कोर्ट परिसर में भगत सिंह की जयंती मनाई। वकीलों ने इस मौके पर केक काटा और भगत सिंह एवं उनके साथी कामरेड शिवराम हरि राजगुरु और सुखदेव के समर्थन में नारे लगाए। इस मौके पर संबोधित करते हुए फाउंडेशन के चेयरमैन इम्तियाज राशिद कुरैशी ने भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान करने का आग्रह
उन्होंने भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों (नरेन्द्र मोदी और शहबाज शरीफ) से भगत सिंह को सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने सामाजिक एवं आर्थिक संबंध बहाल करने और दोनों देशों के बीच शांति को बढ़ावा देने के लिए आसान वीजा नीति बहाल करने को कहा। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष पीर कलीम अहमद ने लाहौर में शादमान चौक का नाम बलिदानी भगत सिंह के नाम पर रखने की मांग दोहराई।
सिंधु नदी की रक्षा के लिए परियोजना शुरू करेगी पाक सरकार
पाकिस्तान सरकार हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की महान सभ्यताओं के उद्गम स्थल ¨सधु नदी को पर्यावरणीय क्षरण और मानवजनित गतिविधियों से बचाने के लिए अरबों डालर की परियोजना शुरू करेगी। पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने गुरुवार को कहा कि 'लि¨वग इंडस इनिशिएटिव' से ¨सधु नदी के साथ ही इस नदी पर निर्भर समुदायों की भी रक्षा होगी। इसकी लागत 11-17 अरब अमरीकी डालर होगी। उन्होंने रेखांकित किया कि ¨सधु नदी दुनिया की दूसरी सबसे प्रदूषित नदी है। उन्होंने कहा कि शिक्षाविदों, विशेषज्ञों, हितधारकों और प्रांतीय सरकारों के साथ गहन परामर्श के बाद इस परियोजना को शुरू करने का निर्णय लिया गया।