पायलट लाइसेंस स्कैंडल: पाकिस्तान में नौकरी से निकाले गए पांच अधिकारी
पायलटों के फर्जी लाइसेंस मामले के खुलासे के बाद पाकिस्तान एविएशन अथॉरिटी ने पांच अधिकारियों को उनकी नौकरी से निकाल दिया।
इस्लामाबाद, एपी। पाकिस्तान की विमानन अथॉरिटी ने शुक्रवार को पांच अधिकारियों को उनकी नौकरी से निकाल दिया। ये सभी उस स्कैंडल में शामिल हैं जिसके जरिए पायलटों को फर्जी लाइसेंस जारी कराए गए थे। पिछले महीने कराची एयरपोर्ट के पास हुए विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट संसद में पेश करते हुए देश के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने देश की एयरलाइन इंडस्ट्री में पायलटों के फर्जी लाइसेंस की समस्या का जिक्र किया। विमानन मंत्री ने बताया कि 40 फीसद पायलटों के लाइसेंस फर्जी होते हैं।
ऐसे फर्जी लाइसेंस धारकों में बड़ी संख्या में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के पायलट शामिल हैं। विमानन मंत्री गुलाव सरवर खान के अनुसार, निकाले गए पांचों अधिकारी प्राधिकरण में सीनियर पोजिशन पर थे। सभी की पहचान नाम से कराई गई हालांकि विमानन मंत्री ने यह नहीं बताया कि वे किस पद पर थे और उनके अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत क्या आता था। मंत्री ने इन पांचों पर लगाए गए आरोपों के बारे में भी विस्तार से जानकारी नहीं दी। हालांकि उन्होंने यह बता दिया कि नौकरी से निकालने के साथ ही इनके खिलाफ आपराधिक मामले भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्राइवेट एयरलाइन कंपनियों को सख्त हिदायत दी गई है कि ऐसे फर्जी लाइसेंस धारकों को प्लेन उड़ाने की अनुमति न दें। इसके अलावा मंत्री ने इन पांचों पर लगाए गए आरोपों के बारे में भी विस्तार से जानकारी नहीं दी। हालांकि उन्होंने यह बता दिया कि नौकरी से निकालने के साथ ही इनके खिलाफ आपराधिक मामले भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्राइवेट एयरलाइन कंपनियों को सख्त हिदायत दी गई है कि ऐसे फर्जी लाइसेंस धारकों को प्लेन उड़ाने की अनुमति न दें।
मंत्री ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के 860 ऐक्टिव पायलट्स में से 262 पायलट्स के पास या तो फर्जी लाइसेंस थे या परीक्षा में उनकी जगह कोई और शामिल हुआ था। उन्होंने कहा कि इन पायलटों कभी परीक्षा दी होती तो इन्हें सही जानकारी होती। उन्होंने यह भी कहा कि पायलटों को राजनीतिक आधार पर नियुक्त किया जाता है। उनके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के चार पायलटों की डिग्री फर्जी पाई गई और नियुक्ति के समय इनकी योग्यता को दरकिनार कर दिया गया। 22 मई को कराची के करीब हुए विमान दुर्घटना में कुल 97 लोगों की मौत हो गई। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि दुर्घटना का शिकार हुए इस प्लेन के पायलट के लाइसेंस फर्जी थे या नहीं।