इस्लामाबाद, पीटीआई। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच इस्लामाबाद के न्यायालय में पेश हुए। न्यायालय ने परिसर के बाहर उनकी उपस्थिति को स्वीकार करते हुए इमरान की गिरफ्तारी के लिए जारी हुए वारंट को रद कर दिया और उन्हें वापस घर जाने की अनुमति दे दी।
बता दें कि यह गैर जमानती वारंट तोशाखाना मामले में हो रही सुनवाई में इमरान के पेश न होने के कारण जारी हुआ था। इससे पहले वाहनों के लंबे काफिले में हजारों समर्थकों के साथ लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे इमरान का कई स्थानों पर पुलिस के साथ टकराव हुआ। एक स्थान पर काफिले में शामिल तीन कारों के आपस में भिड़ने से कई लोग घायल भी हुए।
पुलिस ने इमरान के आवास में जाकर ध्वस्त कराया निर्माण
उधर, लाहौर में इमरान के जमान पार्क स्थित आवास में पहुंचकर पुलिस ने वहां पर हुए निर्माण को ध्वस्त कराया। विदेशी सरकारों की ओर से मिले उपहारों में भ्रष्टाचार के मामले में चुनाव आयोग की दायर याचिका पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल की अदालत सुनवाई कर रही है।
न्यायाधीश ने इमरान का कई घंटे किया इंतजार
कई बार समन किए जाने पर इमरान के पेश न होने पर अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। शनिवार को समर्थकों की भारी भीड़ के साथ न्यायालय में उपस्थित होने के लिए पहुंचे इमरान का न्यायाधीश ने कई घंटे इंतजार किया।
बाद में अधिवक्ताओं की सलाह पर न्यायालय परिसर के बाहर भीड़ के बीच वाहन में बैठे इमरान की उपस्थिति न्यायाधीश इकबाल ने स्वीकार की। इमरान ने वहीं पर न्यायालय की उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर किए।
इमरान समर्थकों की भारी भीड़ और उनके तेवर देखते हुए न्यायाधीश ने कहा कि वह नहीं चाहते कि न्यायालय परिसर में आंसू गैस के गोले छोड़े जाएं और यहां पर पथराव हो। इससे पहले इमरान के अधिवक्ता ख्वाजा हैरिस तोशाखाना मामले के तथ्यों और आधार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मामले में सुनवाई को आगे बढ़ाने से पहले उनके सवालों पर गौर किया जाए।
बाद में इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री की न्यायालय में उपस्थिति के संबंध में विधिक प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। पीठ ने उसे स्वीकार कर लिया है और इमरान खान को घर जाने की अनुमति दे दी है।
शाम को इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख अकबर नासिर खान ने संवाददाताओं को बताया कि इमरान खान के समर्थकों ने कई जगह उत्पात किया, पथराव किया और पुलिस की एक पिकेट में आग लगा दी। सुरक्षा बलों ने पूरे मामले को बहुत संयम से संभाला। इमरान के समर्थकों के उग्र तेवरों को देखते हुए पुलिस ने पूरे यात्रा मार्ग और न्यायालय परिसर के आसपास कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए थे।