Pakistan Coronavirus: एक दिन में रिकॉर्ड 4,132 मामले आए सामने, 80 हजार के पार पहुंचा आंकड़ा
Pakistan Coronavirus पाकिस्तान में एक दिन(24 घंटे) में रिकॉर्ड 4132 मामले सामने आए हैं। इससे कोरोना के संक्रमितों का कुल आंकड़ा 80463 तक पहुंच गया है।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। Pakistan Coronavirus, पाकिस्तान में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है। पाकिस्तान में एक दिन(24 घंटे) में रिकॉर्ड 4,132 मामले सामने आए हैं। इससे पाकिस्तान में कोरोना के संक्रमितों का कुल आंकड़ा 80,463 तक पहुंच गया है। पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार(3 जून) को इसकी जानकारी दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य और सेवा मंत्रालय ने कहा कि एक दिन में 17,370 सैंपल परीक्षण के बाद नए मामले सामने आए हैं।
पाकिस्तान में सामने आए कुल मामलों में से सिंध में सबसे ज्यादा अब तक 31,086 मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद पंजाब में 29,489, खैबर-पख्तूनख्वा में 10,897, बलूचिस्तान में 4,747, इस्लामाबाद में 3,188, गिलगित-बाल्टिस्तान में 779 और गुलाम कश्मीर में इस बीमारी के 289 मरीज सामने आए हैं।
पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पिछले 24 घंटों में कुल 67 मरीजों की मौत हुई। इसको मिलाकर पाकिस्तान में अब तक कुल 1,688 लोगों की कोरोवा वायरस के कारण मौत हो चुकी है। वहीं 28,923 मरीज इस बीमारी से पूरी तरह से उबर चुके हैं।
अधिकारियों ने अब तक देश में 5,95,344 लोगों के परीक्षण किए हैं। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान में 100 से अधिक लैब हैं जो प्रति दिन 30,000 से अधिक परीक्षण कर सकती हैं और दैनिक परीक्षणों की संख्या धीरे-धीरे अधिकतम स्तर तक बढ़ जाएगी।
इस्लामाबाद में मास्क नहीं पहनने पर अब लगेगा जुर्माना
कोरोना महामारी से जूझ रहे पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। बिना मास्क के पकड़े जाने पर तीन हजार पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना लग सकता है। इस्लामाबाद के उपायुक्त मुहम्मद हमजा ने बताया कि गत माह सरकार की ओर से लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद कारखानों, शॉपिंग मॉल और दूसरे स्टोर्स में कर्मचारियों के लिए मास्क पहले ही अनिवार्य किया जा चुका है।
विशेषज्ञों की राय की अनदेखी
पाकिस्तान में लीक हुए एक सरकारी दस्तावेज से पता चला कि विशेषज्ञों ने सरकार को पंजाब प्रांत में लॉकडाउन एक माह तक बढ़ाने की राय दी थी। लेकिन अधिकारियों ने इसकी अनदेखी कर दी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि ऐसा नहीं करने से प्रांत की राजधानी लाहौर में छह लाख 70 हजार लोग संक्रमित हो सकते हैं।